नाहन : ऐतिहासिक चौगान मैदान में तकरीबन सवा तीन महीने पहले दिनदहाडे़ धराशायी किए गए हरे पेड़ के मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा-188 व म्युनिसिपल एक्ट की धारा-352 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है। मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना की दखल के बाद पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया है कि पेड़ काटने वालों ने डीसी द्वारा 24 सितंबर 2019 के आदेश की अवहेलना की है। पुलिस ने अपनी एफआईआर में उस वीडियो का भी जिक्र किया है, जिसमें पेड़ को रस्सियों से बांध कर गिराते दिखाया गया है।
दरअसल, इस मामले में नगर परिषद की लीपापोती के बाद एक्टिविस्ट सुधीर रमौल ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना की शरण ली थी। रमौल ने केवल आपराधिक मामला दर्ज करवाने की मांग रखी थी। पुलिस ने रमौल के बयान कमलबद्ध करने के साथ-साथ कार्यकारी अधिकारी से रिकॉर्ड तलब किया। इसी के बाद मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को यही बात खली कि जब पेड़ की टहनियों को काटने की इजाजद दी गई थी तो पेड़ को रस्सियों से बांध कर क्यों गिरा दिया गया।
उधर जानकारों की मानें तो नगर परिषद वनरक्षक पर ठीकरा फोड़ने की फिराक में है। जबकि पुलिस को यह भी पता लगाना है कि क्या एक वनरक्षक के कहने पर ऐसा संभव था कि दिनदहाड़े ही हरा-भरा पेड़ गिरा दिया जाए। सूत्रों का यह भी कहना है कि इस मामले में आंच नगर परिषद अधिकारियों तक भी पहुंच सकती है। उधर पुलिस ने मामला दर्ज होने की पुष्टि की है।