राजगढ़ : प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना तोमर के मधुर स्वर में तैयार “सुरमीए” नामक पहाड़ी एलबम ने इन दिनों मार्किट में धमाल मचाया है। जिसका विमोचन प्रदेश के जाने माने गायक एंव हिमाचल गौरव से सम्मानित डॉ. कृष्णलाल सहगल द्वारा मंगलवार को किया गया। पहाड़ी गीतों के इस गुलदस्ते में पांच पारंपरिक गीत फिल्माए गए हैं, जिसमें “लागा ढोल दा ढमाका मेरिए सुरमीए” नामक गीत में एक महिला की सुंदरता और प्रेम गाथा का वर्णन किया गया है। इसके अतिरिक्त मीनुए लागा जीऊंटा तांदा, कूटे धानो रा बे घाण मेरिए घुघतिए और गिरयो रा पाणी रे राणिए परागवे नामक पारंपरिक गीतों का संकलन किया गया है।
बता दें कि कल्पना तोमर को पहाड़ी कोकिला के नाम से जाना जाता है। कल्पना दूरदर्शन और रेडियो से बी ग्रेड स्तर की मान्यता प्राप्त स्थापित कलाकार है। शायद ही प्रदेश को कोई मंच हो जहां पर इनके द्वारा अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरा हो। प्रदेश में मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय व राज्य और जिला स्तरीय मेलों के कल्पना को कार्यक्रम देने के लिए विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाता है। दूरदर्शन से प्रसारित होने वाली धारावाहिक पढ़ी लिखी लड़की में कल्पना द्वारा विशेष भूमिका निभाई गई है।
इसके अतिरिक्त इनके द्वारा अनेक वीडियो एलबम की शूटिंग में नायिका का रोल अदा किया गया है। जिनमें डॉ. कृष्णलाल सहगल की वीडियो एलबम मेरी जानी रा बसेरा के अतिरिक्त दिल खो गया, परदेशन, मेरे सजना इत्यादि एलबम में कार्य करके प्रदेश की संस्कृति के सरंक्षण एवं संवर्धन में अपना रचनात्मक योगदान दिया गया है। कल्पना तोमर से जब इस बारे बात की गई तो इन्होने बताया कि उनका स्कूल समय से ही गायन व नृत्य का बहुत शौक था। इनके द्वारा स्कूल स्तर की नेशनल और राज्य स्तरीय अनेक गायन व नृत्य प्रतियोगिता में सदैव प्रथम स्थान प्राप्त करके स्कूल और राजगढ़ क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
इन्होने बताया कि गायन की प्राथमिक शिक्षा उन्हें घर में पूज्य माता रीता तोमर से मिली है जबकि शास्त्रीय संगीत एवं गजल गायन की कला सेवानिवृत संगीत प्राध्यापक डॉ. कृष्णलाल सहगल के सानिध्य में हासिल की और कल्पना उन्हें संगीत के क्षेत्र में अपना आदर्श मानती है।