सोलन : क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन बढ़ती हुई वाहनों की संख्या से शहर में पार्किंग की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। नगरपरिषद सोलन भी इस समस्या का समाधान करने में विफल साबित हो रही है। शहर व बाहर से आने वाले वाहन मालिकों व चालकों को पार्किंग की समस्या से दो चार होना पड़ता है। इसका खमियाजा कहीं न कहीं चालान के रूप में भुगतना पड़ता है। शहर में पार्किंग की समस्या से हर कोई परेशान है। ऐसा नहीं की नगर परिषद नई पार्किंग नहीं बनवा रही है। पिछले 15 वर्षों से शहर में जनता की मांग पर ओल्ड बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के समीप दो पार्किंगों को बनवाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन कई सरकारें आई और कई चली गई।
मगर शहर की जनता को पार्किंग की सुविधा नहीं मिली। गौरतलब है कि ओल्ड बस स्टैंड की पार्किंग अभी कागजों में ही सिमटी हुई है। वही रेलवे स्टेशन बनने वाली पार्किंग का एक ब्लॉक अभी तक बनकर तैयार हुआ है जो नशेड़ियों, शराबियों व मांगने वालों के रहने का ठिकाना बनी हुई है। नगर परिषद इस और कोई ध्यान नहीं दे रही है। इस पार्किंग के दो ब्लॉकों में बाहरी राज्यों से माँगने वालों के लिए आए भिखारियों ने कब्ज़ा जमाया हुआ है। वहीं एक ब्लॉक में बिना किसी पार्किंग फीस के लोगों ने पर्मानेंट अपनी कारें पार्क कर रखी है। अब देखना यह होगा की कब नगरपरिषद अपनी कुम्भकर्णीय नींद से जगता है और लोगों को इस पार्किंग की सुविधा का लाभ मिलता है।
वहीं नगर परिषद अध्यक्ष दवेन्द ठाकुर ने माना कि शहर में पार्किंग की समस्या है। नगरपरिषद इस समस्या का हल ढूंढने का हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन के पास बनने वाली पार्किंग के दूसरे ब्लॉक का कार्य बीएसएनएल को दिया गया है जो की जल्द ही शुरू होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 17 मार्च को सारे शहर की पार्किंग की ऑक्शन नगरपरिषद द्वारा की जाएगी।