सोलन : हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया है कि जिस तरह से उन्होंने योग को देश सहित विश्व भर मे पहचान दिलाई उसी तरह हिंदी भाषा को बढ़ाने के लिए सार्थक प्रयास करें। ताकि हिंदी भाषा के पतन को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी भाषा बुरी नहीं है लेकिन इसे हावी नहीं होने देना चाहिए व बोल चाल सहित पत्राचार की भाषा हिंदी होनी चाहिए। यह बात शांता कुमार ने सोलन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि जितनी जरूरी आजादी है उतनी ही जरूरी अपनी संस्कृति सभ्यता को बचाना भी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हिंदी भाषा का पतन होता जा रहा है। बचपन से ही बच्चों को अंग्रेजी भाषा का ज्ञान दिया जा रहा है। इससे युवा अपनी संस्कृति, सभ्यता सहित भाषा से अनभिज्ञ होते जा रहे है जो कि भारत के लिए अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक इच्छा शक्ति के कारण हिंदी भाषा को सरकारें तव्वजो नहीं दे रही है। हिंदी भाषा राष्ट्र भाषा है लेकिन फिर भी अपने ही देश मे इसकी स्थिति दयनीय है।
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने बताया कि हिंदी भाषा का चलन बढ़ने की बजाए घट रहा है।कार्यालयों में पत्राचार की भाषा सहित सभी जगह हिंदी का प्रयोग होना चाहिए, तभी हिंदी भाषा को जीवित रखा जा सकता है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से हिंदी की दिशा व दशा सुधारने के लिए सार्थक कदम उठाने का आग्रह किया है।