शिमला : हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के एक सप्ताह बाद भी लोकनिर्माण विभाग अवरूद्व सड़कों को बहाल नहीं कर पाया है। गत 7 व 8 जनवरी को पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी से सैंकड़ों सड़कें अवरूद्व हो गई थीं। हालांकि विभाग की तरफ से सड़कों को बहाल करने का कार्य युद्वस्तर पर चल रहा है, लेकिन हर रोज विभाग महज 100 सड़कों को ही खोल पा रहा है। बुधवार को 233 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। इनमें तीन नेशनल हाईवे भी शामिल हैं। शिमला जोन में सबसे अधिक 128 सड़कें अवरूद्व हैं। इनमें रामपुर सर्कल की 88, रोहड़ू सर्कल की 30 और शिमला सर्कल की 3 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा कांगड़ा जोन की 69 सड़कें बंद रहीं, इनमें डल्हौजी सर्कल की 67 व पालपमुर की 2 सड़कें शामिल हैं। जबकि मंडी जोन में 38 सड़कें ठप रहीं। इनमें मंडी सर्कल की 20 व कुल्लू सर्कल की 18 सड़कें हैं। बहाली कार्य में विभाग की तरफ से 260 जेसीबी, टिप्पर व डोजर लगाए गए हैं। बर्फबारी की वजह से विभाग को अब तक 120 करोड़ की चपत लग चुकी है।
इस बीच शिमला जिला के डोडराक्वार एवं कुछ सम्पर्क मार्गों को छोड़कर सभी मुख्य सड़के यातायात के लिए खोल दी गई है। उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने आज बताया कि शिमला तथा इसके आसपास के क्षेत्रों को यातायात के लिए खोल दिया गया है। शिमला शहर तथा जिला के अन्य क्षेत्र में सब्जी, दूध तथा ब्रैड ईत्यादि की आपूर्ति सामान्य रूप से चल रही है। डोडरा क्वार उपमण्डल के लिए अभी भी सड़क यातायात के लिए बंद है लेकिन खाद्य आपूर्ति एवं अन्य आवश्यक सामग्री काफी मात्रा में उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि जिला की कुछ फिस्लन वाली सड़कों पर पर्याप्त मात्रा में रेत फैंकी गई है, जिससे यातायात को सुचारू बनाया जा सके। जिला में बन्द पड़े सम्पर्क मार्गों को खोलने के लिए उचित मात्रा में मशीनों की तैनाती की गई है । नारकंडा यातायात के लिए खोल दिया गया है। जिला में कुछ क्षेत्रों में बाधित बिजली को ठीक करने का कार्य प्रगति पर है, जिसे शीघ्र ही सामान्य किया जाएगा।