रिकांगपिओ: बर्फबारी के बाद जिला का अधिकांश संपर्क मार्ग बहाल नही हुई है। कई सड़कों पर अभी तक बर्फ हटाने के लिए मशीन तक नही लगाई गई है। यही नही अप्पर किन्नौर के कई गांव अंधेरे में है। संचार व्यवस्था भी ठप्प पड़ी है। हालांकि एनएच 5 को बहाल किया गया लेकिन मार्ग पर बर्फ जमी होने से मार्ग पर गाड़ी चलाना जान जोखिम में डालना हैं।
प्रशासन ने दो दिन के भीतर सभी संपर्क सड़कों को बहाल करने का दावा किया है। इसी तरह जिला के गंग्युल वेली, स्पिलो,कानम, लबरंग सहित कई गांव में विद्युत आपूर्ति बाधित है। उधर प्रशासन द्वारा लोक निमार्ण, सिंचाई एवं जन स्वास्थय, विद्युत विभाग तथा पथ परिवहन निगम के अधिकरीयों को अवरूद्व सर्म्पक मार्गो ,पेय जल योजनओं व विघुत आपूर्ति को युद्व स्तर पर बहाल करने के निर्देश् दिए है।
सहायक आयुक्त हर्ष अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि सम्बन्धित विभागों को बर्फबारी के कारण हुए नुकसान का आंकलन कर शीघ्र जिला प्रशासन को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश् दिए गऐ। उन्होने कहा कि जिले में 40 मुख्य सर्म्पक मार्ग अवरूद्व है। जिन में लोक निर्माण विभाग के करच्छम मण्डल के 18, कल्पा मण्डल के 6, निचार मण्डल के 5, पूह मण्डल के 2, मुंरग मण्डल के 9 मुख्य सर्म्पक मार्ग बाधित है।
जिले में 402 विघुत टासर्फामरों में से 172 टासर्फामरों से विघुत आपूर्ति बाधित है। सहायक आयुक्त ने बताया कि अधिकाश पेयजल योजनाओं को सुचारू रूप से खोल दिया गया है। राष्ट्र उच्च मार्ग 5 को पूह तक यातायात के लिए खोल दिया गया है। जिले में सभी जगह पर खाद्य सामग्री प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है। परिवहन निगम ने प्रदेश् के विभिन्न जिलो व पडोसी राज्यों के लिए 18 बसें भेजी गई।
उन्होंने बताया कि गत दिनों पूह के टिंकू नाला, जंगी नाला कांशाग नाला, सांगला के टोग्टोगचे नाला पूर्वनी के नजदीक कांशग नाला व पांगी के खोन्टा नाला में हिमखण्ड आने के समाचार प्राप्त हुए है। परन्तु इस से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। सहायक आयुक्त ने बताया कि बर्फबारी के कारण निचार तेहसील में 6 घरों व 4 पशु शालिकाओं, व कल्पा उपमण्डल में एक घर को नुकसान हुआ है।