सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी की नाचन विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसे सुन प्रदेश सरकार का दो वर्ष के कार्यकाल का जश्न फीका पड़ सकता है। गृहिणी सुविधा योजना के तहत मिलने वाले गैस कनेक्शन के बाद भी यह परिवार चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर है।
बेशक जयराम सरकार ने अपने 2 वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने पर आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा प्रदेश के प्रत्येक घर को धुंए से मुक्त करने की घोषणा तो करवा दी हो। लेकिन फिर भी एक परिवार के 2 बेटे धुएं से अपनी आंखें जला रहे हैं। मामला जुगाहण पंचायत के भरजवाणु गांव की 60 वर्षीय विधवा संती देवी और उनके दो पोतों का है।
संती देवी ने कहा कि इनके बेटे की मृत्यु 7 वर्ष पूर्व हो गई। जबकि पति की मृत्यु 5 वर्ष पूर्व हो चुकी है। वहीं बेटे की मौत के उपरांत बहू भी घर छोड़ कर चली गई। ऐसे में दोनों पोतो का जिम्मा उनके ऊपर आ गया है। आज भी मेहनत-मजदूरी कर बच्चों का भरण-पोषण करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि गृहणी योजना के तहत दोनों बच्चों व उन्हें आज तक एलपीजी गैस कनेक्शन नहीं मिल पाया है। हालांकि इस संबंध में विधवा संती देवी ने पंचायत प्रतिनिधियों से बार-बार गैस कनेक्शन देने की गुहार लगाई। लेकिन वह बार-बार टाल-मटोल करते रहे।
संती देवी व उनके पोते अमन व चमन ने जयराम सरकार, उपायुक्त मंडी से उन्हें गैस उपलब्ध करवाने की मांग की है। जिससे वह धुंए से मुक्त हो सकें। वहीं परिवार द्वारा इस संबंध में मुख्यमंत्री सकंल्प सेवा में शिकायत संख्या 133115 के तहत भी शिकायत दर्ज करवा दी है। मामले को लेकर जब ग्राम पंचायत जुगाहण की प्रधान धर्मी देवी से दूरभाष के माध्यम से बात हुई तो उन्होंने कहा कि यदि संती देवी के पोते अलग रहते है और बालिग हैं तो उन्हें गैस मिल सकती है। उन्होंनेे कहा कि शीघ्र ही परिवार से संपर्क किया जा रहा है।