सोलन : गौ वंश को आसरा देने के लिए प्रदेश सरकार शराब की प्रति बोतल एक रूपये ऐसस एकत्र कर रही है। जिससे करोड़ों रुपए सरकार के खजाने मे जमा हो गया है। मगर दुर्भागय की बात यह है कि आज भी जगह-जगह गौवंश गोपाल के इंतजार में है। भले ही उनके नाम से सरकारी खजाना बढ़ रहा हो लेकिन बेसहारा गौवंश को संभालने वाला कोई नजर नहीं आ रहा।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने गाय के संरक्षण के लिए गौधन विकास निधी के अंतर्गत शराब की प्रति बोतल एक रुपए ऐसस लेने का ऐलान किया था। जिसके बाद से प्रदेश भर में करोड़ों रुपए गौधन विकास निधी के अंतर्गत सरकारी खजाने में जमा हो गया। यदि सोलन की बात की जाए तो आज भी यहां पर दर्जनों गाय बेसहारा है जो दर-दर भटक रही है। उन्हें आसरा देने वाला गोपाल कहीं नजर नहीं आ रहा है। भले ही प्रदेश सरकार ने हर गाय को संरक्षण देने के लिए एक रूपये ऐसस शराब की बोतल से एकत्र किया हो लेकिन यह तस्वीरें दिखा रही है कि आज भी गौवंश सड़कों पर अपनी बदहाली के आंसू बहा रही है।
जिला में वर्ष 2018 में 57 लाख 50 हजार व इस वर्ष नवम्बर माह तक 33 लाख 80 हजार रूपये गौधन विकास निधी में जमा हुए। अगर दोनों वर्षों की बात की जाए तो गौधन विकास निधी में अभी तक करीब 95 लाख रूपये जमा हो चुके हैं। दुख इस बात का है कि आज भी दर-दर आसरे के इंतजार में गौधन घूमता दिखाई दे रहा है।
इस बारे ने राज्य कर एंव आबकारी विभाग के उप आयुक्त हिमांशु पंवर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गौधन विकास निधी योजना के अंतर्गत अभी तक करीब 95 लाख रूपये सरकारी खजाने में जमा करवा दिया है। सरकार द्वारा गौ संरक्षण के लिए प्रति बोतल एक रूपये ऐसस लिया जाता है। जिसके अंतर्गत यह धन एकत्र हुआ है।