कुल्लू: भाजपा मंडलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर खलबली मच गई है। यही नहीं इस नियुक्ति को लेकर भाजपा दोफाड़ होने के कगार पर है। उधर जिला अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए मौहल पहुंचे सांसद एवं चुनाव प्रभारी का कुल्लू के कार्यकर्ताओं ने बंद कमरे के अंदर ले जाकर घेराव किया और नव नियुक्त अध्यक्ष का विरोध भी किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राम स्वरूप शर्मा को आड़े हाथों लेते हुए कई सवाल जवाब किए। कार्यकर्तओं का आरोप है कि पैनल में चार नाम सुशील कुमार,अमित सूद,वीर सिंह व कुलदीप नैय्यर के नाम गए थे, लेकिन पैनल को दरकिनार कर अपनी स्वेच्छा से अध्यक्ष कैसे बनाया।
बंद कमरे के अंदर खूब हो हल्ला मचा और राम स्वरूप शर्मा कार्यकर्ताओं के जवाब सही तरीके से नहीं दे पाए। फिर कार्यकर्ताओं ने यह भी पूछा कि जब मुख्यमंत्री ने पैनल के चारों लोगों को खारिज करते हुए जमीन से जुड़े कार्यकर्ता ठाकर चंद को हरी झंडी दी थी तो आपने ऐसे व्यक्ति को क्यों चुना जिसे न तो कोई पहचानता है और न ही जनता है। यही नहीं कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जिस किशन ठाकुर को आपने अध्यक्ष नियुक्त किया है और अपनी गाड़ी में घुमा रहे हैं, उसका पार्टी के लिए कोई भी योगदान व सहयोग नहीं है।
उधर राम स्वरूप शर्मा कार्यकर्ताओं के जवाब का उत्तर देते-देते थक गए और इस मामले में वे बार-बार वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को कसूरबार ठहराते रहे कि उनसे मैंने कितनी बार बात की और वे मामले को डिले करते रहे। राम स्वरूप को कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह से घेरा कि मण्डलाधक्ष की नियुक्ति मामले में ठाकर चंद और किशन ठाकुर के बीच में इतनी बड़ी गलत फहमी कैसे हो सकती है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने कहा था जो जमीन से जुड़ा नेता है और शुरू से पार्टी के साथ ही उसे अध्यक्ष बनाया जाए। उसके बाद मुख्यमंत्री मणिकर्ण घाटी के ठाकर चंद का नाम सुलझाया था और राम स्वरूप ने कहा कि सीएम ने ठाकर चंद कहा और मुझे सुनने में गलती लगी और मैंने किशन ठाकुर की नियुक्ति कर डाली। इस पर कार्यकर्ता काफी निराश दिखे कि चुनाव अधिकारी को ठाकर चंद व किशन ठाकुर में भी गलती लग रही है और इतना बड़ा निर्णय लेकर कह रहे हैं कि गलती से नियुक्ति हुई। बहरहाल कुल्लू में भाजपा में विद्रोह की चिंगारियां भड़क उठी है और राम स्वरूप शर्मा के खिलाफ कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी है। उधर कार्यकर्ता यह कहते सुनाई दिए कि राम स्वरूप ने जमीन से जुड़े लोगों को दरकिनार कर अपने चेहते को अध्यक्ष बनाया है और नियुक्ति से पहले किशन ठाकुर राम स्वरूप शर्मा की ही गाड़ी में सफर कर रहा था।