नाहन: सिरमौर रियासत के शाही महल से अचानक ही लगभग 70 साल पुरानी विंटेज कार गायब हो गई है। रियासत की संपत्ति के एक हिस्सेदार ने इस बाबत पुलिस को भी शिकायत सौंपी है। इस घटनाक्रम के बाद राज परिवार के बीच विवाद फिर सुलगने की संभावना पैदा हो गई है। 13 मई 2013 को अंतिम शासक राजेंद्र प्रकाश की बेटी पदमिनी देवी ने अपने नाती लक्ष्यराज का मंगलतिलक कर इस बात का अहसास करवाया था कि शाही महल की गद्दी पर लक्ष्यराज ही काबिज होंगे, जबकि अंतिम शासक के नाती उदय प्रकाश इस बात का तर्क देते रहे हैं कि वो अंतिम शासक के दत्तक पुत्र हैं। राजतिलक के वक्त लक्ष्यराज की उम्र 9 साल की थी। राजतिलक के दौरान भी विवाद उपजा था। बहरहाल विंटेज कार के गायब हो जाने के बाद अब दोबारा शाही महल चर्चा में आ गया है। जानकार बताते हैं कि शाही महल सहित राज परिवार की संपत्ति का कानूनी बंटवारा हो चुका है। चर्चा के मुताबिक कार को वीरवार सुबह चार बजे निकाला गया।
दरअसल, 24-25 जुलाई 2011 को इस विंटेज कार को चौगान मैदान के समीप तंबूखाना से निकाला गया था। तब भी इसे जयपुर ले जाने का प्लान था, लेकिन विवाद पनपने के बाद कार को शाही महल के परिसर के एक हिस्से में पार्क कर दिया गया था। बताते हैं कि अंतिम शासक राजेंद्र प्रकाश की यह कार बेहद ही पंसदीदा थी। ब्यूक क्लासिक ब्रांड की कार को राइट हैंड से ड्राइव किया जाता था। उस जमाने में विदेशी कंपनी ने पूरे संसार में केवल 527 कारों का ही उत्पादन किया था। बताया यह भी जा रहा है कि 527 में से केवल दो ही कारें भारत में आई थी, जिसमें से एक कार सिरमौर रियायत के शासक ने खरीदी थी।
1948 में ब्यूक क्लासिक कार कंपनी विश्व की चार सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में शुमार थी। करीब 8 साल से विंटेज कार परिसर में ही धूल फांक रही थी। तर्क दिया जाता रहा है कि राज परिवार के सदस्यों में संपत्तियों के बंटवारे को लेकर यह कार भी बड़ा हिस्सा है। 1948 मॉडल की यह कार अगर सड़कों पर नजर आई तो आकर्षण का केंद्र होगी। एक तर्क यह भी दिया जा रहा है कि पिता की कार को अगर बेटी ने लिया है तो हर्ज ही क्या है। इस बात पर शुरू से ही असमंजस जाहिर किया जाता रहा है कि क्या मैकेनिकल तौर पर कार को दुरुस्त कर सड़क पर दौड़ाया जा सकता है या नहीं।
उल्लेखनीय है कि 13 मई 2013 को लक्ष्यराज का मंगलतिलक कार्यक्रम बेहद ही हाई प्रोफाइल था। उधर पुलिस का कहना है कि जांच जारी है, लेकिन शुरूआती जांच में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कार को मैकेनिकल तौर पर ठीक करने के लिए ले जाया जा रहा है।