नाहन: समूचे देश में आर्थिक तौर पर आरक्षण का मुद्दा छाया हुआ है। काफी हद तक आर्थिक आरक्षण की बात जायज भी है। सिरमौर में पुलिस भर्ती के दौरान अनुसूचित जाति के एक युवक ने लिखित परीक्षा में अनारक्षित वर्ग को पछाड़ कर कमाल का प्रदर्शन किया है। हाइट के अंक जोड़कर पालियों पंचायत की गुमटी के रहने वाले गुरप्रीत सिंह पुत्र सुंदर सिंह का जिला में ओवरऑल रैंक दूसरा है। हाइट में गुरमीत को चार अंक हासिल हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि गुज्जर समुदाय को अनुसूचित जनजाति के तहत आरक्षण मिलता है। लिखित परीक्षा में गुरमीत ने ऐसा स्कोर हासिल किया है कि वो वो ओपन कैटेगरी में भी कांस्टेबल का पद हासिल कर सकता है। यह अलग बात है कि ओवरऑल मैरिट बनने के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। नाहन डिग्री कॉलेज से बी कॉम कर चुके गुरमीत ने यह साबित कर दिया है कि आरक्षित वर्गों के युवाओं में भी काबलियत होती है।
हालांकि पुख्ता तौर पर नहीं पता चला है, लेकिन यह भी बताया जा रहा है कि अन्य जिलों में एससी व ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों ने भी जबरदस्त अंक हासिल कर ओपन कैटेगरी के उम्मीदवारों को पछाड़ दिया है।
उधर जब एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने गुरमीत से संपर्क किया तो वो बेहद ही सादगीपूर्ण तरीके से बोला कि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है कि खबर बने। उन्होंने बताया कि पिता सीआरपीएफ में तैनात थे, लेकिन उनके निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी निभानी पड़ रही है।