सुंदरनगर : जिला के उपमंडल सुंदरनगर में चल रही एक स्थानीय बैंक व कार कंपनी की मनमानी राहगीरों और वाहन चालकों पर भारी पड़ रही है। इस समस्या को लेकर प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस सहित थाना पुलिस कुंभकर्णी नींद में सोई हुई है। चंडीगड़-मनाली नेशनल हाईवे-21पर मल्टी नेशनल कंपनी हौंडा द्वारा सडक़ मार्ग के दोनों ओर नियमों को ताक पर रख वाहन स्टॉल सजाया गया। इससे पूरा दिन सडक़ पर जाम लगता रहा और दुर्घटनाओं का खतरा बना रहा।
वहीं हद तब हो गई जब इसके दूसरी और फुटपाथ पर एचडीएफसी बैंक द्वारा स्टॉल सजा दिया गया। इससे पैदल चलने वालों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। हैरानी की बात यह है कि बैंक द्वारा कारों को फाइनेंस करने का धंधा बैंक व कार कंपनी द्वारा फुटपाथ को रोककर दूसरे दिन भी जारी रहा। लेकिन प्रशासन व पुलिस को स्थानीय लोगों व वाहन चालकों द्वारा शिकायत करने के बाद भी फुटपाथ पर बाधा लगातार दूसरे दिन भी बनी रही। मौके की पड़ताल करने पर एचडीएफसी बैंक व कार कंपनी द्वारा स्टॉल लगाकर नेशनल हाईवे-21 पर जाम पाया गया।
ट्रैफिक पुलिस के जवानों को भी मौके पर पैट्रोलिंग करते हुए देखा गया। लेकिन पुलिस के जवान भी किसी नामालूम कारण को लेकर मात्र मूकदर्शक ही बने रहे। बता दें कि एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली पर मौका पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र होने और अक्सर यहां जाम की स्थिति से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस और होमगार्ड जवान तैनात रहते है। लेकिन इस प्रकार से एचडीएफसी बैंक व कार कंपनी द्वारा मनमानी को पुलिस की नाक के नीचे जारी रखने से मंडी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
वहीं पुलिस गरीब रेहड़ी-फड़ी व दुकानों से सामान लेने वालों के चालान काटने में मात्र कुछ ही मिनटों का समय लगाती है। इस मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन व पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में आ गई है। बैंक व कंपनी द्वारा प्रशासन से स्टॉल लगाने को लेकर कोई परमिशन नहीं ली गई है। पुलिस को बैंक व कंपनी के सामान को मौका से हटाने के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस थाना में बतौर एसएचओ तेनात एसआई प्रकाश चंद मिश्रा ने मामले की जानकारी देते हुए कहा की कपनी द्वारा पुलिस से स्टाल लगाने के लिए कोई अनुमिति नहीं ली है। इस मामले को लेकर भविष्य में प्रशासन को किसी प्रकार की प्रमिशन देने से मना किया जाएगा। पुलिस द्वारा मौका पर जाकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है।