नाहन : जिला सिरमौर में स्कूली खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन पर सवाल खड़े होने लगे हैं। जानकारों की माने तो ये खेल मात्र औपचारिकता बनकर रह गए हैं। साथ ही टूर्नामेंट निर्धारण करने वाले अधिकारी भौगोलिक परिस्थितियों को नजरअंदाज कर रहे है। गौरतलब है कि इस बार गर्ल्स अंडर-19 टूर्नामेंट के आयोजन स्थल को लेकर कई स्कूलों के डीपी व पीटीआई असमंजस की स्थिति में हैं। उसका सबसे बड़ा कारण 18 अगस्त से शुरू होने वाले अंडर-19 गर्ल्स टूर्नामेंट जिले के एक कोने में निर्धारित किए गए हैं।
अध्यापक इस पर ऐतराज भी जता चुके हैं। इस दफ़ा जिला स्तरीय टूर्नामेंट सुदूर उत्तराखंड के बॉर्डर पर होने से राजगढ़, सराहां, हरिपुरधार, नौहराधार, संगड़ाह जैसे दूर-दराज के स्कूलों से छात्राओं को लेकर टूर्नामेंट में आना बेहद कठिन है। इसके अलावा जिस स्कूल में टूर्नामेंट आयोजित किए जा रहे हैं। वहां खेलों के लिए बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की बेहद कमी है। एथेलेटिक्स, हैंडबॉल, बास्केटबॉल व अन्य मेजर गेम्स के लिए ग्राउंड बेहद छोटा है। घास की कटिंग नहीं होती। छात्राओं के ठहरने व खाने का इंतजाम भी सही से नहीं हो पाता। खेल उपकरणों की कमी किसी से छिपी नहीं है। हाई जंप का बार नहीं मिलता। जिस वजह से रस्सी पकड़ कर हाई जंप इवेंट करवाना पड़ता है।
धावकों को स्टार्ट देने के लिए जरुरी खेल उपकरण नहीं मिलते। हैंडबॉल के गोल पोस्ट भी टेम्परेरी होते हैं। कुछ शारीरिक शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की विभाग का खेलों का बजट पता नहीं कहां जाता है। सभी ने एक सुर में मांग की है की गर्ल्स अंडर-19 का टूर्नामेंट गोरखूवाला से स्थांतरित कर इसे पावंटा साहिब के गर्ल्स स्कूल या नाहन में आयोजित किया जाए, ताकि खिलाडियों व ऑफिशियल स्टाफ को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।