मंडी : वन एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का कहना है कि भविष्य में हिमाचल को विश्व का सर्वाधिक ऑक्सीजन देने वाला राज्य बनाया जाएगा और इस दिशा में प्रदेश सरकार ने कार्य करना शुरू कर दिया है। यह बात उन्होंने मंडी में पश्चिमी हिमालय के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन पर बहु-विषयक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ करने के उपरांत कही। इस सम्मेलन में देश विदेश से आए 300 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
जर्मनी, चाईना, बांगलादेश, नेपाल,दुबई, सउदी अरब और कतर दोहा सहित देश के विभिन्न संस्थानों से आए विशेषज्ञ इस सम्मेलन में अपनी बात रखेंगे। तीन दिनों तक चलने वाले सम्मेलन का आयोजन राजकीय वल्लभ महाविद्यालय मंडी में किया जा रहा है।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश का 66.52 प्रतिशत क्षेत्र वन भूमि है, जिसमें से 27.12 प्रतिशत भूमि पर पौधारोपण किया जाता है। उन्होंने बताया कि पौधारोपण के क्षेत्र को 10 प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। जब यह लक्ष्य 27 से बढ़कर 37प्रतिशत हो जाएगा तो हिमाचल दुनिया को सर्वाधिक ऑक्सीजन देने वाला राज्य बन जाएगा।
गोविंद सिंह ठाकुर ने हाल ही में वन विभाग द्वारा चलाए गए 5 दिनों के पौधारोपण अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान को अपार जनसहयोग से सफल बनाया जा सका है। पूरे प्रदेश में 27 लाख 52 हजार पौधे रोपे गए और 1 लाख19 हजार लोगों ने इस कार्य में अपना योगदान दिया। गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 22 प्रतिशत पहाड़ ऐसे हैं जहां 12 महीने बर्फ रहती है। यहां से बहने वाली पांच प्रमुख नदियां और अन्य प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं, जो प्रकृति के दिए हुए नायाब तोहफे हैं। उन्होंने आए हुए सभी प्रतिनिधियों से इफेक्टिव इम्पलीमेंटेशन की तरफ आगे बढ़ने का आहवान किया।
इस मौके पर गोविंद सिंह ठाकुर ने डा. तारा ठाकुर द्वारा वन्य सब्जियों को लेकर बनाई गई वेबसाईट का शुभारंभ भी किया और सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन भी किया।