अमरप्रीत सिंह /सोलन
कुमारहट्टी-नाहन मार्ग पर मलबे के नीचे दबे सेना के जवानों सहित सिविलियन को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रशासन ने पूरी रात ऑपरेशन को जारी रखने का फैसला लिया है। राहत वाली खबर यह है कि पिछले कुछ घंटों से बारिश रुकी हुई है। अंतिम समाचार के मुताबिक मलबे में सेना के 12 जवानों के अलावा 2 अन्य लोग दबे हुए है। देर रात प्रशासन ने मौके को पूरी तरह से एनडीआरएफ के हवाले कर दिया है।
पंजाब के लुधियाना से भी एनडीआरएफ की टीम के भी जल्द पहुंचने की उम्मीद है। देर रात तक मलबे से 27 लोगों को निकाल लिया गया था,इसमें 17 सेना के जवान भी शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि घायलों में 2-3 की हालत नाजुक है। बताया जा रहा है कि एनडीआरएफ की टीम एयर बैग के माध्यम से लेंटर को ऊपर उठाने की कोशिश भी कर सकती है,इसे बेहद योजनाबद्ध तरीके से किया जाएगा। अब तक प्रशासनिक स्तर पर रेस्टोरेंट मालिक की पत्नी के अलावा एक सेना के जवान की मौत की पुष्टि हुई है। उल्लेखनीय है कि रविवार शाम 3:45 बजे के आसपास एक रेस्टोरेंट की बहुमंजिला इमारत उस वक्त ढह गई थी,जब भवन में सेना के 31 जवानों के इलावा कुछ अन्य लोग व स्टाफ मौजूद था।
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उधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ शिव कुमार का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरी रात चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि घटनास्थल को एनडीआरएफ के हवाले कर दिया गया है। उन्होंने माना कि एनडीआरएफ की टीम एयर बैग के माध्यम से लेंटर को ऊपर उठाने की कोशिश कर सकती है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का यह भी कहना था कि दो से तीन घायलों की हालत नाजुक है।
एक अन्य जानकारी के मुताबिक हादसे में 8 लोग बिल्कुल सुरक्षित बाहर निकल आए,जिन्हें मामूली प्राथमिक उपचार दिया गया। जानकारों का यह भी कहना है कि रात 10 बजे के बाद अंदर फंसे लोगों की आवाजे भी सुनी गई हैं,इससे उनके सुरक्षित होने की आस भी बंधी है। बताया यह भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी सोमवार सुबह घटनास्थल पर पहुंच सकते हैं। उल्लेखनीय है कि सरकार के दो मंत्रियों ठाकुर महेंद्र सिंह और राजीव सहजल ने भी देर रात मौके का जायजा लिया था।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विवेक चंदेल ने भी साफ किया है कि रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार तब तक जारी रहेगा जब तक की भवन के हरेक हिस्से की स्कैनिंग न कर ली जाए।