वी कुमार/मंडी
हिमाचल प्रदेश निवेशकों की पसंद बनता जा रहा है। जिसके कारण अभी तक प्रदेश में विदेशी निवेशकों ने लगभग 23 हजार करोड़ के एमओयू साइन किए हैं। आने वाले समय में भी प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में विकास को आगे बढाने के लिए निवेशकों को खुला आफर सरकार के द्वारा दिया गया है। निवेशक आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश में निवेश करने के लिए काफी उत्साहित दिखाई दे रहे हैं।
यह जानकारी दिल्ली में हाल ही में संपन्न हुई निवेशकों की बैठक के दौरान हिमाचल पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी में दी। पत्रकारों के साथ की गई अनौपचारिक बातचीत के दौरान उन्होने बताया कि दिल्ली में संपन्न हुई 50 देशों के निवेशकों के साथ बैठक काफी सकारात्मक रही है। उन्होने बताया कि अभी तक निवेशकों ने प्रदेश में निवेश करने के लिए 23 हजार करोड़ के एमओयू साइन हो चुके हैं। आने वाले समय में भी इसमें लगातार बढौतरी होने की उम्मीद है। जयराम ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होने निवेशकों को प्रदेश में टूरिज्म, स्वास्थ्य टूरिज्म, होटल, ट्रैकिंग, कैंपिंग, इको टूरिज्म के साथ-साथ किसी भी क्षेत्र में निवेश करने का खुला आफर दिया है।
इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आने वाले समय में स्वास्थ्य सेंटरों के माध्यम से भी टूरिज्म को बढावा देने पर बल दिया जाएगा। उन्होने कहा कि प्रदेश में फलों और सब्जियों का काफी कारोबार होता है। लेकिन फसल समय पर मंडियों में पहुंचाने के लिए सही चेन नहीं है। जिससे की किसानोें बागवानों को काफी पेरशानी का सामना करना पड़ता है।
इसलिए कुछ निवेशक किसानों बागवानों की फसलों को समय पर मार्केट मुहैया करवाने या फिर खेतों में ही फसलों के सही दाम मिलने के बारे में विचार किया जा रहा है। उन्होने उम्मीद जताते हुए कहा कि जिस प्रकार से निवेशकों का रूझान हिमाचल की तरफ बन रहा है। उससे यही प्रतीत होता है कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन जाएगा। जिससे संभवतः प्रदेश की आर्थिकी में भी सुधार होने की संभावना है।