एमबीएम न्यूज़/शिमला
माकपा ने प्रदेश भर में बसों की किल्लत तथा जगह-जगह हो रही बस दुर्घटनाओं को रोकने व उचित बस सुविधा देने में विफल रहने के विरोध में आज राजधानी में एचआरटीसी के एमडी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन व धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने एमडी का घेराव भी किया। हालांकि एमडी के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए तथा एक सप्ताह के भीतर बस सेवा को सुचारू करने का अल्टीमेटम दिया। इस विरोध प्रदर्शन में माकपा के राज्य सचिव ओंकार शाद, विधायक राकेश सिंघा, राज्य सचिव मण्डल के सदस्य संजय चौहान सहित अन्य नेता मौजूद रहे।
इस धरने प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश में सरकार व हिमाचल पथ परिवहन द्वारा जनता को उचित बस सेवा उपलब्ध करवाने में विफलता को उजागर किया गया। माकपा नेताओं ने कहा कि आज पथ परिवहन निगम में ड्राइवर व कंडक्टर के सैंकड़ो पद रिक्त पड़े हैं जिसके कारण आज शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बंद किए जा रहे हैं। इसके चलते आज स्कूल के बच्चे विशेष रूप से छात्राओं, किसानों,कर्मचारियों, महिलाओं आदि को परेशानी उठानी पड़ रही हैं।
माकपा नेताओं ने कहा कि प्रशासन ओवरलोडिंग के नाम पर बसों से लोगों को उतार रहा है। इसमे विशेष रूप से पथ परिवहन की बसों में स्कूली बच्चों को चिह्नित कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। जबकि निजी बसों में ओवरलोडिंग बदस्तूर जारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो कई कई दिनों तक बस सेवा नही चलाई जा रही हैं जिसके कारण आज बच्चों के साथ साथ गरीब किसान बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। उसे अपनी सब्जी या फल के एक आध नग को मण्डियों तक पहुंचाने में परेशानी हो रही है और उसकी सब्जी व फल सड़ रहें हैं।
माकपा नेता संजय चौहान ने कहा कि बातचीत के दौरान एचआरटीसी के एमडी ने माना है कि एचआरटीसी के पास ड्राइवर व कंडक्टर की कमी चल रही है जिसके कारण आज पथ परिवहन निगम के बस रूट प्रभावित हो रहे हैं। उन्हें कहा गया कि जहाँ केवल एक या दो बसें चलती है वहाँ बस सेवा तुरन्त बहाल जाए तथा पथ परिवहन निगम की बसों में ओवरलोडिंग के नाम पर जनता को परेशान करना बंद करे और यदि ऐसे ही हालात रहें तो नई बसे चलाई जाए। प्रबंधन निदेशक ने जहाँ एक बस चलती है उन्हें तुरंत बहाल करने की बात को स्वीकार किया तथा कल तक इस पर ठोस निर्णय लिया जाएगा और ओवरलोडिंग को लेकर प्रशासन से बात करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस आश्वासन के पश्चात धरना स्थगित किया गया और यदि सरकार व पथ परिवहन निगम द्वारा बस सेवा सुचारू रूप से न चलाने के कारण जनता को आ रही परेशानी को एक सप्ताह के भीतर दूर नही करती तो सी.पी.एम. इसको लेकर जनता के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन करेगी। इसे तब तक जारी रखा जाएगा जबतक सरकार प्रदेश में बस सेवा को सुचारू नहीं करेगी।