एमबीएम न्यूज़/ शिमला
समर सीजन में शिमला वासियों को भले ही पानी की किल्लत का सामना न करना पड़ा हो, लेकिन बरसात शुरू होते ही यहां पानी की किल्लत शुरू हो गई है। गिरी परियोजना में गाद के कारण पानी की लिफ्टिंग बुरी तरह प्रभावित हुई है। शिमला के लिए पानी की सप्लाई घटकर 35 एमएलडी पहुंच गई। जबकि गर्मियों में शहर के लिए 50 एमएलडी पानी सप्लाई किया जा रहा था। गाद के कारण अब आधे शहर में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है।
शिमला जल प्रबंधन कंपनी राशनिंग के आधार पर पानी वितरित कर रही है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि गिरी परियोजना में गाद के कारण शुक्रवार को राम बाजार, लोअर बाजार, कृष्णा नगर, मॉल रोड, बालूगंज, चक्कर, यूएस क्लब, न्यू शिमला के सेक्टर-1 से सेक्टर 6, सरगीन, शकराला, खलीनी, कनलोग, इंजन घर, बंगला कॉलोनी और संजौली में पानी नहीं दिया जाएगा। प्रवक्ता ने बताया कि गाद की मात्रा अत्यधिक होने के कारण पंपिंग नहीं की जा सकती है।
गाद कम होने पर ही शहर के लिए पानी की सप्लाई बढ़ाई जाएगी।दरअसल गिरी परियोजना की क्षमता 20 एमएलडी की है। लेकिन गाद के चलते विगत कुछ दिनों से यहां से महज 5 से 7 एमएलडी पानी ही शिमला पहुंच रहा है। इसके अलावा अन्य पेयजल परियोजनाओं में भी गाद की मात्रा में बढ़ोतरी से पानी तय मात्रा से कम लिफ्ट किया जा रहा है।
गौरतलब है कि विगत वर्ष मई-जून माह में पीक पर्यटन सीजन के दौरान शिमला में भीषण जलसंकट खड़ा हो गया था। इसका यहां के पर्यटन व्यवसाय पर भी प्रतिकूल असर पड़ा था। हालांकि पानी का जिम्मा संभालने वाली शिमला जल प्रबंधन कंपनी ने इस बार गर्मियों में पानी के प्रबंधन की बेहतरीन व्यवस्थाएं की और शहर में पानी की किल्लत खड़ी नहीं होने दीं।