वी कुमार /मंडी
कहते हैं कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता हैं। डॉक्टर चाहे तो मरीज के लिए क्या कुछ नहीं कर सकता। कुछ ऐसी ही मिसाल पेश की है,जोनल अस्पताल मंडी में तैनात गायनी स्पेशलिस्ट डॉ. उदय भानु राणा ने। इन डॉक्टर साहब ने अपनी जेब से 12 लाख खर्च करके लैपरोस्कोपिक उपकरण खरीदे इसके बाद दो महिलाओं की सफल सर्जरी करके प्रदेश में इतिहास रच दिया।
जोनल अस्पताल इस वक्त सुर्खियां बटोर रहा है,कारण बने हैं यहां तैनात गायनी स्पेशलिस्ट डॉ. उदय भानु राणा। 35 वर्षीय डॉ. उदय भानु ने वो काम किया है,जिसे करने के लिए शायद बड़े जिगर की जरूरत होती है। इन्होंने अपनी जेब से 12 लाख खर्च करके लैपरोस्कोपिक उपकरण खरीदकर दो महिलाओं की दूरबीन से बिना टांके के यूटरस निकालने वाली सर्जरी कर नया इतिहास रच दिया।
इस सर्जरी में डॉ. संदीप राठौर ने भी अपना अहम योगदान दिया। डॉ. संदीप भी गायनी स्पेशलिस्ट हैं। डॉ.उदय और डॉ. संदीप ने दूरबीन से बिना टांके के बच्चा दानी निकालने की सर्जरी की ट्रेनिंग ले रखी है। डॉ. उदय ने इस विधि से सर्जरी करने के लिए लैपरोस्कोपिक उपकरण विभाग के माध्यम से सरकार से भी मांग रखे हैं। लेकिन सरकार द्वारा खरीद करने में देरी होने के कारण उन्होंने अपनी जेब से ही 12 लाख खर्च करके यह उपकरण खरीद डाले।
इन उपकरणों को उन्होंने जोनल अस्पताल के आपरेशन थिएटर में ही रखा है। उपकरण खरीदने के बाद उन्होंने अस्पताल में आपरेशन करवाने आई दो महिलाओं पर इसका उपयोग करके दो सफल आपरेशन भी कर डाले।
डॉ. उदय ने बताया कि प्रदेश में इससे पहले कभी लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टामी सर्जरी यानी दूरबीन से बिना टांके के यूटरस निकलने की सर्जरी नहीं हुई है। प्रदेश से बाहर कुछ नीजि अस्पतालों में इस आपरेशन के 1 से 2 लाख रूपए चार्ज किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि आपरेशन से मरीज को छोटा सा चीरा लगाया जाता है,जिससे शरीर से खून भी कम निकलता है और दर्द भी कम होता है तथा मरीज को जल्दी ही छुट्टी भी दे दी जाती है।
डॉ. उदय भानु राणा मूलतः सरकाघाट के रहने वाले हैं। इससे पहले वह आईजीएमसी शिमला में अपनी सेवाएं दे रहे थे। डॉ. उदय भानु बताते हैं कि उपकरणों की खरीद में इन्हें परिवार का भी पूरा सहयोग मिला। परिवार ने भी आर्थिक रूप से उनकी मदद की और इसी कारण आज वह इन उपकरणों को खरीदकर लोगों को आधुनिक तकनीक की सेवाएं दे पा रहे हैं। डॉ. उदय भानु राणा ने जेब से लाखों खर्च करके जो आधुनिक उपकरण खरीदे,उससे इन्होंने एक नई मिसाल पेश की है। उम्मीद की जानी चाहिए कि डॉ. उदय भानु भावी डॉक्टरों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बनकर उभरेंगे।