विनोद ठाकुर/संगड़ाह
उपमंडल के घाटों के लिए बनी सड़क पर टायरिंग की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने मौके पर हल्ला बोल दिया। जागरूक ग्रामीणों ने गुणवत्ता को लेकर विभाग की पोल खोलने का प्रयास भी किया है। इसके माध्यम से वीडियो व्हाट्सएप पर शेयर किए जा रहे हैं, ताकि लोक निर्माण विभाग को नींद से जगाया जा सके।
गुणवत्ता की पोल खोलने के साथ-साथ ग्रामीणों ने केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई एप्लीकेशन “मेरी योजना मेरी सड़क” पर भी शिकायत दर्ज करवाई है। क्षेत्र के रहने वाले जगदीश चंद, मनोज, अमित, रघुवीर सिंह, अंकित कृष्ण दत्त, वेद प्रकाश, विजय विशिष्ट, नरेश कुमार, जगदीश, अनिल कुमार इत्यादि ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री का एक बयान आया था। इसमें उन्होंने कहा था कि टायरिंग उखड़ने की सूरत में अधिकारीयों को सस्पेंड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बकायदा मुख्यमंत्री के इस बयान को सरकार ने समाचार पत्रों की कतरनों के साथ प्रचारित भी किया था। इसी के बाद उनका हौंसला बढ़ा है। क्योंकि लगता है कि इससे न्याय मिलेगा।
मौके पर बनाए गए वीडियो ग्रामीणों ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क को भी भेजे हैं, ताकि इस मामले को उठाया जा सके। अहम बात यह है कि सिरमौर के रिमोट गांवों में शिक्षित युवाओं द्वारा जागरूकता को फैलाने में अहम भूमिका निभाई जा रही है। यही कारण है कि दुर्गम क्षेत्रों से इस तरह के मामले सामने आने लगे हैं।
https://youtu.be/2qEvIgj5u7o
ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार यह समझता है कि घटिया गुणवत्ता को लेकर कोई आवाज नहीं उठने वाली। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत टायरिंग के लिए करोड़ों रुपए का बजट मुहैया करवाया जाता है। लेकिन मौके पर इसका इस्तेमाल काफी कम होता है। यही कारण होता है कि लोगों को बेहाल सड़कों पर सफर करने पर मजबूर होना पड़ता है।
उधर इस मसले को लेकर संगड़ाह में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से बात नहीं हो पाई है। अगर उनका कोई जवाब मिलता है तो उसे प्रकाशित किया जाएगा।