रेणु/दीक्षा/नाहन
शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप अपने मिलनसार स्वभाव के लिए लोगों में खास पैठ रखते हैं। दरअसल हुआ यूं कि सांसद रविवार को शिमला से नाहन की तरफ लौट रहे थे। इसी बीच एमबीएम न्यूज नेटवर्क की टीम को कश्यप अपने वाहन में नजर आ गए। सोलन के दिऊंघाट से सांसद को फॉलो करने का विचार कौंधा। कुम्हारहट्टी के समीप सांसद के वाहन की ब्रेक लगी। यहां चलते-चलते ही एक व्यक्ति से बातचीत की।
इसके बाद कुम्हारहट्टी से आगे निकलने के बाद पाया गया कि सांसद के इस मार्ग से लौटने की सूचना कुछ लोगों को थी। हाथ में ज्ञापन लेकर कुछ लोग इंतजार कर रहे थे। सांसद ने लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में चर्चा की। दोपहर 2ः30 बजे के आसपास सांसद के वाहन ने नैनाटिक्कर के समीप सादनाघाट में ब्रेक लगा दी। स्टॉफ की सफर में थकान मिटानी तो थी ही, साथ ही अगर कोई जन समस्या पर चर्चा करता तो उसके लिए भी मानसिक तौर पर तैयार थे। हालांकि सराहां विश्रामगृह में भी सांसद का इंतजार बेसब्री से हो रहा था, लेकिन रास्ते में सांसद लोगों से मिलते हुए चल रहे थे।
सादनाघाट में ही एमबीएम न्यूज नेटवर्क की टीम ने सांसद सुरेश कश्यप से विशेष बातचीत भी की। पच्छाद के उप चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर तो स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं बोले, लेकिन जरूर कहा कि प्रत्याशी चाहे कोई भी हो, जीत बीजेपी की ही होगी। उनसे सफर के दौरान मुलाकात के बारे में भी पूछा गया। उन्होंने कहा कि जब वो सफर पर होते हैं, इस दौरान अगर लोगों का फोन आता है तो उन्हें यह बताने का प्रयास करते हैं कि अगर संभव हो तो रास्ते में कहीं पर भी मुलाकात कर सकते हैं। सांसद ने कहा कि इससे लोगों का मुख्यालय आने में समय व खर्चा भी बच जाता है।
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री के हाथों में देश की बागडोर मजबूत तरीके से सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि वो एक मर्तबा 2009 में रोहडू गए थे। उन्होंने शिमला संसदीय क्षेत्रों के करीब 10 से 12 विधानसभा क्षेत्रों को पहले नहीं देखा था, लेकिन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व का बारीकी से आकलन किया था। लिहाजा इन क्षेत्रों में भी उन्हें जबरदस्त तरीके से लोगों का चुनाव में स्नेह मिला। सांसद ने कहा कि वो लोकसभा में इस संसदीय क्षेत्र की हरेक समस्या को उठाने की हर संभव कोशिश करेंगे।