एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
हिमाचल के गरीब लोगों की ग़रीबी दूर करने के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई है, लेकिन अब तक ग़रीबी दूर नहीं हो पाई। ग़रीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के लिए चलाई गई बीपीएल योजना का लाभ पात्र लोगों को न मिलने के कारण सरकारी योजनाएं धराशाही हो रही है। बीपीएल परिवारों के चयन मे संबंधित पंचायती अपने चहेतों को लाभ पहुंचने के चलते असल गरीबों को इन योजनाओं के लाभ से कोसो दूर करने मे अहम भूमिका निभा रही है। इस तरह की कई शिकायतें सरकार के पास प्रदेश भर से पंहुची है।
बीपीएल चयन को लेकर सरकार ने सभी पंचायतों को जुलाई माह मे अपनी सुविधा अनुसार कोरमा करने की हिदायत दी है। पंचायतों मे बीपीएल परिवारों को चयन मे पारदर्शिता लाने तथा अपात्र लोगों को बीपीएल से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए अब सरकार कड़ी सख्ताई से निपटने के मूड मे है। सरकार ने बीपीएल परिवारों के चयन को लेकर एक विशेष गाइड लाइन तैयार कर सभी विकास खंडों को भेजी है।
सरकार की गाइड लाइन के अनुसार अब बीपीएल मे रहने के लिए एक शपथ पत्र पंचायतों मे जमा करवाना होगा जिस पर लिखा होगा की मैं गरीब हूं। यदि इसके बाद भी बीपीएल चयन मे गड़बड़ पाई जाती है या शपथ पत्र झूठा पाया जाता है तो सरकार और विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएगी तथा इस पर सजा का भी प्रवाधान किया गया है। यदि कोई बीपीएल परिवार “मैं हूं गरीब” का शपथ पत्र नहीं देता है तो उसे इस सूची से बाहर किया जाएगा ताकि प्रदेश के असल गरीबों को उनका हक मिल सके।
बीपीएल चयन को लेकर निर्धारित शर्तें
1. परिवार की वार्षिक आय 35, 000 रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
2. बीपीएल के चयन के लिए परिवार के पास असिंचित दो हेक्टेयर भूमि या सिंचित एक हेक्टेयर से कम भूमि होनी चाहिए।
3. परिवार के पास किसी प्रकार का चार पहिया वाहन नहीं होना चाहिए।
4. परिवार का कोई सदस्य सरकारी या गैर सरकारी नौकरी न करता हो।
5. परिवार के पास पक्का मकान नहीं होना चाहिए।
6. परिवार ने बीपीएल या ग़रीबी उत्थान का पहले कोई लाभ नहीं लिया हो।
पंचायती राज विभाग से बीपीएल परिवारों के चयन को लेकर दिशा निर्देश प्राप्त हुए है। विकास खंड की सभी पंचायतों मे जुलाई महीने मे कोरम सुनिश्चित किए गए है, जिन्हे पंचायते अपनी सुविधा के अनुसार करवा सकती है। इसकी रिपोर्ट विकास खंड कार्यालय को देनी होंगी। पंचायते सरकार की गाइड लाइन के अनुसार ही बीपीएल का चयन कर सकेंगी। बीपीएल परिवारों को शपथ पत्र देने होंगे जो परिवार शपथ पत्र नहीं देगा उसे इस योजना से बाहर किया जाएगा। पात्र लोगों को इस योजना मे शामिल किया जाएगा। बीपीएल शपथ पत्रों की जांच की जाएगी यदि शपथ पत्र झूठा हुआ तो उस परिवार के खिलाफ एफआईआर का प्रावधान किया गया है।