वी कुमार/मंडी
कीरतपुर-नेरचौक-मनाली फोरलेन निर्माण के कारण प्रभावित हुए लोगों की शिकायतें सुनने के लिए मंगलवार को डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने खुला दरबार लगाया। एक तरफ डीसी मंडी एनएचएआई और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौजूद रहे, जबकि दूसरी तरह फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर। डीसी द्वारा लगाए गए खुले दरबार में 161 शिकायतें आई। जिनके समाधान के डीसी ने तुरंत प्रभाव से आदेश जारी कर दिए। अधिकतर समस्याएं ऐसी आई जिनमें या तो किसी की जमीन अधिग्रहित नहीं की गई थी या फिर मुआवजा नहीं दिया गया था।
साथ ही कुछ मामले ऐसे भी दिखे जिनकी जमीन तो अधिग्रहित नहीं की गई है लेकिन फोरलेन निर्माण के कारण उनका भारी नुकसान हुआ है और हो रहा है। डीसी मंडी फोरलेन प्रभावितों के साथ बैठक करते हुए
ऐसे लोग कई बार एनएचएआई और प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी समस्याएं बता चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने खुले दरबार में उपायुक्त कार्यालय से जुड़ी 30,सुंदरनगर उपमंडल से संबंधित 75, सदर की 18, बल्ह की 8 शिकायतों के साथ ही मौके पर आईं 30 शिकायतों की सुनवाई हुई। परियोजना के तहत जहां जमीन कब्जा कर ली गई है, अवार्ड किए जा चुके हैं, वहां भू अधिग्रहण अधिकारी 31 जुलाई तक इंतकाल का काम पूरा करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
उन्होंने कहा लोगों की समस्याओं के निपटारे के लिए भविष्य में इस प्रकार की और बैठकें भी आयोजित की जाएंगी। ताकि प्रभावितों को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें और लोगों की समस्याओं का समाधान और जायज मांगों को पूरा किया जा सके। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी श्रवण मांटा, एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान, एसडीएम बल्ह धर्मेश रमोत्रा, एसडीएम सदर सनि शर्मा, भू अधिग्रहण अधिकारी पूजा चौहान, एनएचएआई के परियोजना निदेशक एवं अन्य अधिकारी सहित परियोजना प्रभावित मौजूद रहे।