अमिता सेन/नेरचौक
नेरचौक नगर परिषद में विकास कार्य न हो पाने पर जनता चुने गए नुमाइंदो से बेहद खफा है। नगर परिषद में रास्तों के निर्माण कार्य को बजट स्वीकृति के बावजूद भी नहीं किया जा रहा है, जबकि रास्तों के निर्माण टेंडर एवं बजट टेंडर स्वीकृत हो चुके हैं। ठेकेदार रास्तों का निर्माण कार्य नहीं कर रहे हैं, वहीं नुमाइंदे भी सब देख अनजान बने हुए हैं। स्थानीय बाशिंदों का कहना है कि कई मर्तबा शिकायत करने के पश्चात भी विकास कार्य नहीं करवाए जा रहे हैं। नगर परिषद के गठन को तीन वर्ष से अधिक होने को हैं, मगर विकास शुन्य के बराबर हुआ है।
वार्ड में न तो लाईटें लगाई गई न ही निकासी नालियों और न ही रास्तों का निर्माण करवाया गया। बरसात होने पर लोगों को कीचड़ भरे रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। परेशान वार्ड नंबर 4 नेर-1 के कुछ लोगों ने तो नगर परिषद के गैर जिम्मेदाराना रवैए से खफा हो अपने घरों को जाने वाले रास्ते को अपने आप ही पक्का करवाना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोग पैसे एकत्रित कर रास्तों के निर्माण कार्य में जुट गए हैं। वार्ड के सुरेंद्र शर्मा, अनिता शर्मा, विश्वास शर्मा, साहिल शर्मा, हेमराज, सुभाष मुरली, नंद लाल, सुनील, बालक राम, सुरजीत, सुरेंद्र देव, जसवंत आदि का कहना है कि नगर परिषद अधिकारियों तथा स्थानीय पार्षद को समस्या बारे शिकायत की गई।
वहीं सबसे बड़ी समस्या घरों को जाने वाले रास्ते को पक्का करने बारे तो लिखित व मौखिक प्रार्थना की गई। लेकिन रास्ते को पक्का करवाने में उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। बरसात के दिनों में घरों तक पहुंचने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते स्थानीय निवासियों ने रास्ते को पैसा एकत्रित व स्वयं श्रमिक सेवा कर 100 मीटर से ज्यादा रास्ता पक्का करने का कार्य आरंभ कर दिया है। वहीं इसी वार्ड के शैजल शर्मा, अनिता शर्मा, रीता देवी, उर्मिला देवी, नरेंद्र कुमार, सुरेंद्र शर्मा, नरेंद्र शर्मा, साहिल शर्मा, प्रवीण कुमार, विश्वास शर्मा ने भी अपने पैसे खर्च कर घर को जाने वाला रास्ता पक्का करवाया है।
उनका कहना है कि जब हमें अपने स्तर पर ही विकास कार्य करवाने हैं तो सरकार द्वारा नगर परिषद का गठन क्यों किया गया। इससे अच्छी तो ग्राम पंचायत थी, कम से कम विकास कार्यों को तो तरजीह दी जाती थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि नगर परिषद कार्यालय के पीछे से ढांगू वार्ड को जाने वाला संपर्क मार्ग को एक वर्ष पूर्व ठेकेदार द्वारा उखाड़ दिया गया है। नगर परिषद अधिकारियों तथा स्थानीय पार्षद को इस बारे कई बार शिकायत करने के पश्चात भी इसे पक्का नहीं करवाया जा रहा है।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि नगर परिषद अधिकारियों तथा वहां विराजमान नुमाइंदो को विकास कार्यों को गति देने के निर्देश दिए जाएं, या नगर परिषद को निरस्त कर पुनः ग्राम पंचायत का दर्जा प्रदान किया जाए। नगर परिषद के हर वार्ड में रास्तों के निर्माण कार्य जारी हैं। जहां कार्य नहीं हो रहे हैं उनकी जानकारी प्राप्त कर शीघ्र रास्तों के निर्माण करवाया जाएगा। वार्ड नंबर 4 नेर में रास्तों का निर्माण क्यों नहीं हो पा रहा है इसकी जांच की जाएगी।