एमबीएम न्यूज़/नाहन
सिरमौर में शनिवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कर्मचारी चंद्र प्रकाश के बंदगोभी ने होश उड़ा दिए। दरअसल हुआ यूं कि प्राधिकरण में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत कर्मचारी ने बड़ा चौक बाजार से बंद गोभी खरीदी थी। इसके पत्तों का इस्तेमाल खिचड़ी में किया गया। जब परिवार के सदस्य इसे खाने लगे तो मुंह में कुछ खिंचाव सा महसूस हुआ। इसके बाद यह पाया कि गोभी के भीतर से कुछ प्लास्टिक की तरह पदार्थ निकला।
हालांकि प्रयोगशाला की गुणवत्ता की जांच से पहले किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता, लेकिन इतना जरूर है कि बाजार में प्लास्टिक का इस्तेमाल भी सब्जियों में किया जाने लगा है। शायद भारत में ऐसा न हो। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कर्मचारी चंद्र प्रकाश ने कहा कि बंद गोभी बेहद ही खींच रही थी। इतना तो तय है कि पड़ोसी राज्यों से शहर में पहुंचने वाली सब्जियों में जबरदस्त तरीके से कीटनाशकों का इस्तेमाल हो रहा है। जानकारों का यह कहना है कि जिस तरीके से युवा नशे की गिरफ्त में फंस रहा है, इसको लेकर सरकार संजीदगी दिखा रही है। ठीक इसी तरह से बाजार में सब्जियों की गुणवत्ता को लेकर सैंपल लिए जाने चाहिए।
बताया यह भी जाता है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा में ऐसे कीटनाशक इस्तेमाल हो रहे हैं, जिसे सफाई करने वाला व्यक्ति चंद मिनटों में ही खेत से बाहर आ जाता है, क्योंकि ऐसा न करने पर उसकी अपनी जान को भी खतरा हो सकता है। सवाल इस बात पर उठता है कि राज्य सरकार सब्जियों व फलों के अलावा अन्य खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता को लेकर गंभीर नहीं हो रही।
बहरहाल जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कर्मचारी द्वारा खरीदी गई बंदगोभी को लेकर कुछ भी कारण हो, लेकिन इतना जरूर है कि सवाल उठ खड़े हुए हैं। इसका जवाब खुद प्रशासन को तलाश करना है कि क्या वास्तव में शहर में पहुंच रही सब्जियों व फलों की गुणवत्ता सेवन करने लायक नहीं है।