नितेश सैनी/सुंदरनगर
उपमंडल सुंदरनगर की जड़ोल निवासी महिला ने शुक्रवार अपने को एसडीएम सुंदरनगर के माध्यम से शिमला में कार्यरत निगम के चालक पति की जान के सुरक्षा के मांग की है। महिला ने शिमला में निगम के अधिकारियों और पुलिस पर एफआईआर दर्ज करने के बावजूद पति की मदद न करने का आरोप लगाया है। जड़ोल निवासी कांता देवी पत्नी सुरेंद्र कुमार मुख्यमंत्री को भेजे मांग पत्र में संदेह जताया कि अगर समय रहते कड़ी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई, तो इनके पति की हत्या भी जा सकती है।
कांता देवी ने जारी बयान में कहा कि इनके पति सुरेंद्र कुमार एचआरटीसी निगम में शिमला स्थित तारा देवी यूनिट एक के तहत चालक के पद पर 2 सालों से कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि 18 जून को उस समय उन पर जानलेवा हमला किया अब वह लिंगजाड से दुबड़ा रूट पर बस (एचपी69 ए-1452) बस को लेकर सवारियों सहित जा रहे थे, तो सराह कस्बे पर पहुंचने पर पास लेते हुए बस के भाग के टच होने पर गुमान सिंह और साथियों ने लोहे की रॉड और हथियारों के साथ हमला कर उनके सिर और शरीर पर मार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। उनकी सोने की चेन और मोबाइल तोड़ कर कपड़े वर्दी फाड़ डाली।
उन्होंने कहा कि मामले संबंधित थाने में एफ आई आर करवाई, लेकिन पुलिस ने न मेडिकल करवाया न उपचार और न ही क्षेत्रीय प्रबंधक तथा अड्डा प्रभारी ने कोई किसी भी तरह की मदद की। हालांकि सूचना मिलने के उपरांत निगम के चालक संघ के राज्य प्रधान ने बाद में मौके पर पहुंचकर, इनका शिमला में मेडिकल करवाया और उपचार करवाकर इन्हें घर पहुंचाया। कांता देवी ने कहा कि इनके पति को जान का खतरा है द्वारा नौकरी पर जाने से उस स्थान पर उनकी हत्या भी की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि पुलिस में और निगम में स्थानीय कर्मचारी अधिकारी भी वही के स्थानीय वासी हैं। जिसके चलते उनके पति सुरक्षित नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पति की जान माल से सुरक्षा करने और समन्वित दोषियों सहित निगम के अधिकारी व पुलिस के की कड़ी जांच करवाने और कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।