एमबीएम न्यूज़/राजगढ़
सिरमौर जिला के दो विधानसभा क्षेत्रों रेणुका व पच्छाद को स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया करवाने वाला राजगढ़ का सरकारी अस्पताल खुद बीमार है। बीते वीरवार शाम को एक 5 साल के बच्चे ने एक रुपए का सिक्का निगल लिया। पडोस में रहने वाले सुदर्शन चौहान ने मामले की जानकारी एमबीएम से सांझा करते हुए बताया कि जैसे ही उन्हें घटना का पता चला वह बच्चे को लेकर सीधे राजगढ़ के सरकारी अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में कोई भी डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं था। बच्चा दर्द से कराह रहा था। तीन नर्सें वहां बैठी थी और आड़ू खाने का आनंद ले रही थी व अपनी बातों में मशगूल थी।
बच्चे की मां ने धीरे से डरते हुए नर्स से कहा कि मेरे बच्चे ने सिक्का निगल लिया है। आप डॉक्टर को बुला दीजिए। एक नर्स ने कहा वो मेरा फ़ोन नहीं उठाते, वहीं दूसरी ने कहा मेरा में भी फ़ोन नहीं चकता। तीसरे वाली बच्चे से बोली क्यूं रे! सिक्का टेस्ट में मीठा था या खट्टा ? फिर तीनों खिलखिला कर हंसी। आधे घंटे बाद एक नर्स बोली डॉक्टर साहब अभी नहीं आ रहे है। आप इसका एक्स-रे करवा लो। इतना कह कर वह तीनों फिर बातों में जुट गई।
लाचार मां ने बच्चे को कंधे पर उठाया और एक्स-रे करवाने के लिए तकनीशियन के पास चले आए। इस दौरान न उन्हें कोई दवाई दी गई और न ही कोई फर्स्ट ऐड। एक्स-रे वाले ने जरूर उन्हें सांत्वना देते हुए कहा कि घबराने की बात नहीं है। बच्चे को केला, भिंडी की सब्जी व चावल का पानी दीजिए। बच्चे की किस्मत अच्छी थी कि सिक्का निगलने के बाद उल्टियां आने से सिक्का बच्चे के पेट में चला गया था। इसकी पुष्टि एक्स-रे में हो गई है।
शिकायतकर्ता सुदर्शन चौहान ने आरोप लगाया कि आपातकाल में राजगढ़ अस्पताल डॉक्टर नदारद रहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि दो विधानसभा क्षेत्रों की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने वाले इस अस्पताल के डॉक्टर व नर्सों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति न हो। उधर, राजगढ़ अस्पताल के एमएस से इस बारे में संपर्क नहीं हो पाया।