एमबीएम न्यूज़/नाहन
देश की दूसरी सबसे पुरानी नगर परिषद नाहन अब गंदगी को लेकर हाईअलर्ट पर आ गई है। जानकारों का कहना है कि नगर परिषद ने लगभग 70 ऐसे बिगड़ैल दुकानदारों व लोगों की सूची तैयार की है, जो शहर की सड़कों व गलियों में गंदगी फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं।
अहम बात यह है कि इसमें 500 से 25,000 तक के जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है। नगर परिषद में वीरवार को जागरूकता अभियान भी चलाया गया। इसे वह लोग चेतावनी भी समझ सकते हैं। जो गंदगी के ढेर लगाने में माहिर हैं। नगर परिषद चाहती है कि शहरवासी तीन अलग-अलग रंगों के डस्टबिन में कूड़े को एकत्रित करें। जिन्हें अलग-अलग तरीके से ही नगर परिषद लिफ्ट करेगी। रात के वक्त 8:30 बजे से शहर के मुख्य बाजारों व सड़कों की सफाई के अभियान में भी तेजी लाने की योजना बनाई जा रही है।
रात के वक्त बाजारों में कूड़े के ढेर लगने से बंदरों की टोलियां भी इस पर झपटती थी। इससे सुबह के वक्त निकलने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता था। जानकारी के मुताबिक नगर परिषद चाहती है कि शहर फिर उसी सुंदर रूप में लौट आए। जो दो दशक पहले हुआ करता था। उस समय नाहन को देश का सबसे स्वच्छ शहर भी माना जाता था। मगर वक्त के थपेड़ों ने शहर को गंदगी की तरफ धकेल दिया।
नगर परिषद के सफाई निरीक्षक अजय गर्ग का कहना है कि पूरी सख्ती से तैयारी है। उन्होंने कहा कि फिलहाल चेतावनी के साथ-साथ जागरूकता फैलाई जा रही है। अगर फिर भी लोग नहीं माने तो चालान करने के बाद कुछ मामलों को कोर्ट के समक्ष भी भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिया गया है जो मुख्य बाजार में गंदगी फैलाने के जिम्मेदार होते हैं।
कुल मिलाकर नगर परिषद का प्रयास सराहनीय है। लेकिन यह तो वक्त ही बताएगा कि क्या रसूखदारों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाने की हिम्मत दिखाई जाएगी या नहीं।