कपिल सेन/ नेरचौक
बल्ह घाटी के बग्गी से बैहना तक बनाई गई नहर की किसानों ने स्वयं साफ-सफाई कर सिंचाई योजना के पानी को अंतिम छोर तक पहुँचाने में सफलता हासिल की। विभाग की ढुलमुल कार्यप्रणाली से क्षुब्ध किसानों ने इस कार्य को खुद कर एक मिसाल कायम कर दी। विभाग के मुंह पर तमाचा जड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत भडयाल के किसान खेतों तक पानी न पहुंचने पर बेहद परेशान थे।
स्थानीय किसानों द्वारा विभाग को इस बाबत कई मर्तबा अवगत करवाया गया, लेकिन विभाग हाथ पर हाथ रख बैठा रहा। ग्रामीणों ने पंचायत उपप्रधान इंद्र सिंह की अगुवाई में नहर की सफाई करने का निर्णय लिया। ग्रामीणों का कहना है कि पानी की कमी के चलते खेतों में नगदी फसलें खराब होने की कगार पर थी। वहीं धान की फसल लगाने का समय भी हाथों से निकले जा रहा था।
समस्या बारे जिला प्रशासन तथा संबंधित विभाग को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाया गया। जिस पर एडीएम मंडी द्वारा जारी किए गए निर्देश के उपरांत आईपीएच विभाग कुछ हरकत में आया। परन्तु नहर के अतिंम छोर तक पानी पहुंचाने में असमर्थ रहा। उप-प्रधान ग्राम पंचायत भडयाल इंद्र सिंह का कहना है कि यदि अपने कार्य के प्रति विभाग प्रयत्न करें तो किसी को भी समस्याओं से जुझना नहीं पडेगा। एडीएम मंडी के निर्देश के बाद भी विभाग अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुँच पाए।
जिस पर क्षुब्ध किसानों ने इक्कठे होकर गाद (सिल्ट) तथा अन्य गंदगी से लबालब भरी पड़ी नहर की स्वंय साफ-फाई कर पानी को अंतिम छोर तक पहूंचाने पर ही दम लिया। इस कार्य को करने में स्थानिय किसान चमन लाल, कश्मीर सिंह, अमर सिंह, चिमना राम, लक्ष्मण राम, मुरारी लाल, डूम राम, सेवक राम, डुमणी राम, मनोहर सिंह, बलबंत, राजकुमार, यादविंद्र, कर्म सिंह, ओम ज्याती, तिलक राज, मान सिंह आदि ने मुख्य भूमिका अदा की।