अमरप्रीत सिंह/सोलन
तीन दिवसीय ऐतिहासिक राज्य स्तरीय माँ शूलिनी मेला रविवार को संपन्न हो गया। माता शूलिनी अपनी बहन दुर्गा माता के साथ तीन दिनों तक मिलन के पश्चात अपने मंदिर वापिस पहुंच गई है। शूलिनी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्ध पंजाबी सूफी गायक सतिंद्र सरताज नाम रही। उन्होंने एक से एक सूफी भजन और गीतों की प्रस्तुतियां देकर खूब वाहवाही बटोरी। तीन दिवसीय राज्य स्तरीय माँ शूलिनी मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैहल बतौर मुख्यातिथि व राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा डाॅ. डेजी ठाकुर विशेष अतिथि के रूप में शरीक हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मेला कमेटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त विनोद कुमार ने की। संध्या का आगाज मुख्यातिथि द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। मेला कमेटी ने मुख्यातिथि को शॉल, टोपी और समृद्धि चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी सूफी गायक सतिंद्र सरताज और बॉलीवुड गायक पूर्ण शिवा मुख्य कलाकार के रूप मे शामिल हुए। जहां पंजाबी गायक सतिंद्र सरताज ने अपनी सुरीली आवाज से साई भजन गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। वहीं उसके पश्चात उन्होंने एक से एक पंजाबी गीत गाकर उपस्थित जन समूह का खूब मनोरंजन किया।
बॉलीवुड गायक पूर्ण शिवा ने भी हिंदी फिल्मों के नए पुराने गाने गाकर उपस्थित युवाओं को नाचने पर मजबूर कर दिया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने शूलिनी मेले के समापन समारोह पर सोलन वासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शूलिनी मेला एक ऐतिहासिक मेला है। बघाट के राजा इस मेले को इसलिए मनाते थे ताकि सोलन वासियों पर कोई संकट न आए। तब से ही इस परंपरा को विधिवत रूप से मनाया जा रहा है। शूलिनी मेले में मुख्य कलाकार के रूप में आए पंजाबी सूफी गायक सतिंद्र सरताज ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहकर अपने लक्ष्य को निर्धारित करने की आवश्यकता है। ताकि वह भी अपना लक्ष्य तय कर बुलंदियों को छू सके।