एमबीएम न्यूज़/ हमीरपुर
विद्यार्थियों को अवैध रूप से जीपों में ठूंस-ठूंस कर भरने के बाद स्कूल पहुंचाने वालों पर प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। गौर हो कि कुछ निजी जीपों के चालक सुबह शाम मोटी कमाई करने के लिए बिना मापदंड पूरे किए ही विद्यार्थियों की जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंचाने का अनाधिकृत काम कर रहे हैं। ऐसे वाहनों में मापदंडों के अनुसार ना तो इनको पीला रंग किया गया है और ना ही इनकी खिड़कियों पर लोहे की ग्रिल लगाई गई है।
हैरानी की बात है कि यह जीप मात्र 7 या 8 सीट कैपेसिटी की होती है। परंतु इसमें दो से तीन दर्जन तक छोटे-छोटे विद्यार्थियों को ठूंस-ठूंस कर उपरोक्त वाहनों में भरा जाता है। यही नहीं ऐसे कई वाहन चालकों के पास तो कमर्शियल वाहन चलाने के लिए अधिकृत ड्राइविंग लाइसेंस तक नहीं होता। यदि ऐसे में कोई दुर्घटना हो जाए तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं। नादौन बस स्टैंड के नजदीक एक सरकारी विद्यालय के पास सुबह सवेरे इस तरह के वाहनों को विद्यार्थियों को स्कूल पहुंचाने के लिए उतारते हुए देखा जा सकता है।
यह सिलसिला प्रशासन से लुकाछिपी का खेल खेलते हुए लंबे समय से चल रहा है। इस गैरकानूनी तथा खतरनाक सिलसिले को बढ़ाने के लिए विद्यार्थियों के ऐसे अभिभावकों के हाथ को भी नकारा नहीं जा सकता जो कि सब कुछ जानते हुए भी अपने नौनिहालों को ऐसे वाहनों के हवाले कर देते हैं। आरटीओ हमीरपुर विरेंद्र शर्मा ने बताया कि मामला उनके ध्यान में लाया गया है।
ऐसा करने वालों के प्रति कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कहा कि स्कूल में विद्यार्थियों को पहुंचाने वाले अवैध वाहनों के प्रति सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों के अभिभावकों से आह्वान किया है कि वह अपने बच्चों का ऐसे अनाधिकृत वाहनों में स्कूल भेजने पर परहेज करें तथा स्कूल बस सहित अन्य वाहनों के लिए लापरवाही बरतने वाले बस मालिकों तथा स्कूल प्रबंधन की शिकायत विभाग या पुलिस के पास करें।