एमबीएम न्यूज़/बिलासपुर
दी परिवहन टिप्पर सोसायटी को il&fs फोरलेन में रेत, बजरी तथा अन्य सामान की ढुलाई का कार्य स्थानीय लोगों के माध्यम से कराया जाता था। फोरलेन का काम अचानक बंद होने से नौजवान बेरोजगार हो गए है। उनकी गाड़ियां बैंक वालों ने उठा ली है। उनमें से कुछ लोगों ने बड़ी मुश्किल से अपनी गाड़ियों को बचाया है। बामुश्किल से किश्त दी जा रही हैं। अब जबकि एम्स का काम शुरू हुआ है तो नागार्जुन कंपनी पंजाब व अन्य जिलों से टिप्पर मंगवा कर रेत, बजरी की ढुलाई का काम उनसे करवा रहे हैं। इससे युवाओं के रोजगार पर कुठाराघात हो रहा है, जिसे टिप्पर सोसायटी तथा टिप्पर यूनियन बिलासपुर कभी सहन नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को डीसी के माध्यम से ज्ञापन भेजकर मांग की है कि 24 जून 2019 तक यदि बिलासपुर की गाड़ियों को काम नहीं दिया गया तो कोठीपुरा में एम्स के गेट के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। बाहर की गाड़ियों को रोका जाएगा।
अतः उन्होंने मांग की है कि ढुलाई का कार्य सोसायटी और यूनियन के माध्यम से कराया जाए। साथ ही मांग की है कि एसीसी फैक्ट्री बरमाणा में भी टिप्पर तथा बल्कर सोसायटी के माध्यम से क्लींकर ढुलाई का कार्य कराया जाए। बरमाणा ट्रक ऑपरेटर सोसायटी व भूतपूर्व सैनिक में करीब 4000 के लगभग ट्रक काम कर रहे हैं, जिनको क्लींकर की ढुलाई का कार्य नहीं मिल रहा है।
मात्र 3-4 सरमायेदार लगभग 700 बल्कर क्लींकर की ढुलाई का कार्य एसीसी कंपनी की मिली भगत से कर रहे हैं। जो 4000 ट्रक ऑपरेटरों और लगभग 200 टिप्पर ऑपरेटर के युवाओं के रोजगार के ऊपर कुंडली मारकर बैठे हैं। मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मांग है कि इस घोर अन्याय से युवाओं को बचाया जाए। उनके ट्रकों, बल्करों और टिप्पर जो बकायदा सोसायटी एक्ट के तहत पंजीकृत है उनको काम दिया जाए। जो बल्कर अनाधिकृत तरीके से चल रहे हैं उन्हें वहां से हटाया जाए।