अमरप्रीत सिंह/सोलन
वीरवार को कालका-शिमला फोरलेन के निर्माण के दौरान जेसीबी चालक भू-स्खलन की चपेट में आ गया। ड्राईविंग सीट पर चालक के केवल पांव ही बाहर नजर आ रहे थे। शाम 6 बजे के करीब हुए इस हादसे में पुलिस ने बेहद ही त्वरित एक्शन लिया। खुद परवाणु के डीएसपी योगेश रोल्टा घटनास्थल पर पहुंच गए। तुरंत ही अग्निशमन कर्मियों के अलावा अन्य व्यवस्थाएं की गई।
पहले गैस कटर की मदद से जेसीबी का कैबिन काटा गया। इसके बाद बेहद ही सावधानी से चेन कुप्पी का इस्तेमाल करते हुए जेसीबी के कैबिन को बाहर की तरफ खींचा गया। करीब एक घंटा 5 मिनट चले रेस्क्यू ऑपरेशन में कांगड़ा की ज्वाली तहसील के रहने वाले जेसीबी चालक जसविन्द्र शर्मा पुत्र केवल कृष्ण को जीवित बाहर निकाल लिया गया।
उल्लेखनीय है कि कुछ अरसा पहले दाड़लाघाट में भी जेसीबी ऑपरेटर को 16 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बाहर निकाला गया था। उस दौरान परवाणु के डीएसपी दाड़लाघाट में तैनात थे। डीएसपी योगेश रोल्टा ने बताया कि मलबा गिरने से जेसीबी चालक शाम 5ः55 बजे सीट पर ही फंस गया था, जिसे 7 बजे के आसपास निकाल लिया गया।