दीक्षा कश्यप/प्रीति ठाकुर/नाहन
शहर के विला राउंड की तरफ जाने वाले मार्ग पर हर किसी की नजरें बरबस ही एक भूखंड की तरफ आकर्षित हो जाती है। यहां विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के पड़ोसियों ने इस भूखंड को ग्रीन एरिया में विकसित करने का प्रयास किया है। इसकी खास बात यह है कि इस भूखंड में चीड़ के एक उस तने को बेहतरीन तरीके से सजाया गया है, जिसका केवल ठूंड ही बचा था। पर्यावरण की शुद्धता से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा हासिल की जा सकती है। इसके लिए हर एक व्यक्ति को पर्यावरण शुद्ध रखने की जिम्मेदारी उठानी होगी।
विला राउंड की तरफ जाने वाले इस मार्ग पर भूखंड को जिस तरीके से हरियाली में तब्दील करने के अलावा खूबसूरत पेंट से सजाया गया है, वो काबिले तारीफ है। अगर इससे प्रेरणा लेकर शहर का हर एक नागरिक पर्यावरण सरंक्षण की दिशा में सकारात्मक कदम उठाने लगे तो लाजमी तौर पर नाहन शहर फिर से नगीना बन जाएगा। एक समय नाहन शहर नगीना की कहावत दूर-दूर तक मशहूर हुआ करती थी। इसके मायने थे कि जो व्यक्ति एक बार नाहन आ जाता है वह वापस नहीं लौटना चाहता। मगर समय के थपेड़ों में शहर का सौंदर्य विलुप्त होने की कगार पर है।
उल्लेखनीय है कि विला राउंड को एक अरसा पहले जॉगर्स पार्क में तब्दील किया गया था। गनीमत है कि विला राउंड का सौंदर्य कुछ हद तक बरकरार है, लेकिन यह नशेड़ियों की भी शरण स्थली बनता जा रहा है। कुछ महीने पहले ही इस इलाके में सरकारी भवन के निर्माण की आड़ में चीड़ के हरे-भरे दरख्तों पर कुल्हाड़ी चला दी गई थी। उल्लेखनीय है कि 1889 में स्थापित रानीताल गार्डन भी अब अपना सौंदर्य खो चुका है।
रानीताल तालाब को लेकर एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा खबर प्रकाशित की गई। इसके बाद तालाब की सतह पर जमी काई को हटाने का कार्य तो कर दिया गया, लेकिन इसे तालाब से निकालकर सीढ़ियों पर ही ढेर लगा दिया गया। कुल मिलाकर एसएफडीए हॉल के समीप विकसित भूखंड से हर एक शहरवासी को उदाहरण लेना होगा।