एमबीएम न्यूज़/नाहन
डीसी ललित जैन ने मंगलवार को आगामाी बरसात के मौसम में बाढ़ व भू-स्खलन इत्यादि से होने वाले नुकसान को कम करने और समय पर राहत कार्य आरंभ के मद्देनजर जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन की बैठक की अध्यक्षता की। जिला की सड़कों पर संभावित भू-स्खलन वाले स्थलों पर लोक निर्माण विभाग बरसात आरंभ होने से पूर्व आवश्यक करें ताकि बरसात के मौसम में वाहनो की आवाजाही सामान्य रूप से बनी रहे। किसानों को अपनी नकदी फसलें मण्डियों तक पहुंचने में कोई परेशानी पेश न आए। उन्होने कहा कि जिला की सड़कों पर अनेक ऐसे स्थल हैं जहां हर वर्ष भू-स्खलन होने से वाहनो की आवाजाही बाधित रहती है। ऐसे चिन्हित स्थलों को समय रहते विभाग दुरूस्त करे।
इसके अतिरिक्त सड़कों पर चिन्हित ब्लैक-स्पॉट की भी आवश्यक मुरम्मत की जाए ताकि बरसात के मौसम में इन चिन्हित स्थलो पर दुर्घटना की संभावना उत्पन्न न हो। लोगों की सुविधा के लिए जिला मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है,जिसका टॉल फ्री न0 1077 है। जिस पर कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार की प्राकृतिक एवं अन्य आपदा के समय सहायता के लिए संपर्क कर सकते है। उन्होने कहा कि यह टॉल-फ्री नंबर चौबिस घंटे क्रियाशील रहेगा।
इसके अतिरिक्त आम जनता की सुविधा के लिए जिला के सभी उपमंडल कार्यालयों में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए है। डीसी ने लोक निर्माण, आईपीएच, विद्युत, स्वास्थ्य, खाद्य एवं आपूर्ति तथा जिला में कार्यरत सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेषकर बरसात के मौसम के दौरान अपने अधीनस्थ कर्मचारियों का अपरिहार्य कारणों को छोड़कर अधिक लंबे समय तक अवकाश स्वीकृत न किया जाए।
उन्होने सभी विभागों को आपदा से निपटने के लिए हर समय तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि बरसात के मौसम में सड़का़े़ के रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए। संवेदनशील स्थलों पर समय रहते आवश्यक मुरम्मत की जाए ताकि भारी वर्षा से मार्ग अवरूद्ध होने की स्थिति में लोगों को कोई असुविधा न हो। उन्होने अधिकारियों को मशीनरी व श्रम शक्ति हर समय तैयार रखने के भी निर्देश दिए। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग नाहन-कुम्हारहटटी और पांवटा-शिलाई-हाटकोटी पर चार-चार जेसीबी हर समय उपलब्ध रहेगी ताकि भारी बारिश से सड़क अवरूद्ध होने पर उसे तुरंत वाहनों के लिए खोला जा सके। इसके अतिरिक्त डीसी ने जिला की अन्य सड़कों पर भी जेबीसी तैनात करने के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए।
उन्होने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि विद्युत लाईनों की आवश्यक मुरम्मत समय पर की जाए ताकि बरसात के दिनों में विद्युत आपूर्ति बाधित होने से लोगों को कोई असुविधा न हो। उन्होने आईपीएच विभाग को निर्देश दिए कि सभी पेयजल योजनाओं का रख-रखाव प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। सभी पेयजल स्त्रोतों का समय-समय पर क्लोरिनेशन किया जाए ताकि बरसात के मौसम में दूषित पानी से किसी प्रकार की बीमारियों के फैलने की संभावना उत्पन्न न हो। डीसी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि जिला के सभी स्वास्थ्य केंद्रों मे जीवन रक्षक दवाएं प्रचुर मात्रा में उपलब्ध करवाई जाए ताकि किसी प्रकार की आपदा के दौरान प्रभावित लोगों को मौके पर प्राथमिक उपचार सुविधा उपलब्ध हो सके।
इसके अतिरिक्त जिला व उप मण्डल स्तर पर कार्यरत सभी स्वास्थ्य संस्थानो में एम्बुलेंस तथा अन्य चिकित्सा संबंधी सुविधाएं हर समय तैयार रखे और विशेषकर बरसात के मौसम के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों मे स्टाफ उपलब्ध रहने के निर्देश जारी किए जाऐं। उन्होने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को निर्देश दिए कि बरसात के दौरान जिला में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सामान्य बनाए रखने के लिए समय रहते आवश्यक कदम उठाए जाएं। संवेदनशील क्षेत्रों में खाद्यान की अग्रिम आपूर्ति की जाए ताकि जिला में विशेषकर बरसात के दौरान खाद्यान की कमी होने से लोगों को कोई असुविधा न हो। डीसी ने पुलिस व होमगार्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए सुरक्षा बल के जवानों को तैयार रखे।
उन्होने होम गार्ड को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के अतिरिक्त स्वयंसेवी संस्थाओं, स्कूली बच्चों और युवा क्लबों के सदस्यों को आपदा से निपटने के टिप्स दिए जाएं। मॉकड्रिल के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए ताकि आपदा के समय सभी प्रशिक्षित युवाओं की सेवाएं ली जा सके। पांवटा के यमुना तथा गिरि नदी के करगानू गौड़ा और ददाहू में प्रमुख स्नान स्थलों पर आवश्यक साइन बोर्ड स्थापित करने के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को आवश्यक निर्देश दिए ताकि बाढ़ के दौरान कोई अनहोनी घटना पेश न आए। उन्होने गोताखोरों को भी विशेषकर बरसात के दौरान अनुबंधित करने को भी कहा।
उन्होने कहा कि सभी अधिकारियों के अतिरिक्त एनजीओ, पंचायत, गोताखोरो इत्यादि के दूरभाष व मोबाईल न. का डाटा सभी संबंधित व्यक्तियों को उपलब्ध करवाया जाए ताकि आपदा के समय आपस में तालमेल बना रहे। बैठक में पुलिस अधीक्षक अजय शर्मा, आदेशक होमगार्ड राकेश सिंह, सहायक आयुक्त एसएस राठौर एसई आईपीएच जोगिन्द्र चौहान, एसई लोक निर्माण महेश सिंघल के अतिरिक्त जिला मुख्यालय पर कार्यरत सभी अधिकारियों ने भाग लिया।