एमबीएम न्यूज/ऊना
हिमाचली लाल ने 25 साल की उम्र में शहादत को चूमा है। कश्मीर घाटी के अनंतनाग में आतंकी हमले के दौरान चोटिल 25 वर्षीय अनिल जसवाल पुत्र अशोक कुमार बीती रात देश के लिए कुर्बान हो गया। 13 जैक राइफल्स में तैनात शहीद अनिल कुमार दो साल पहले ही परिणय सूत्र में बंधे थे। महज पांच महीने का बेटा भी अपने पीछे छोड़ गए हैं।
बताया जा रहा है कि 10 दिन पहले ही शहीद अनिल घर आए थे। 7 जून को डयूटी पर लौटे। ऊना के बंगाणा के सरोह से संबंध रखने वाले अनिल की शहादत की खबर सुनकर समूचा गांव गमगीन तो है ही, मगर सीना भी फक्र से चौड़ा हुआ है। फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है कि शहीद का पार्थिव शरीर कब घर पहुंचेगा। इसी बीच बंगाणा के एसडीएम संजीव शर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि शहीद का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को अनंतनाग में आतंकी हमले में एक मेजर ने भी शहादत को चूम लिया था। इसी दौरान अनिल सहित 5 जवान चोटिल हुए थे। उपचार के दौरान अनिल ने देश पर प्राण न्यौछावर कर दिए। काबिले जिक्र है कि शहीद अनिल की मदर रेजीमेंट 13 जैक राइफल्स है। वह इस समय राष्ट्रीय राइफल्स-3 में सेवाएं दे रहे थे।