एमबीएम न्यूज़/शिमला
आखिर में बीजेपी ने जेपी नड्डा को लेकर बड़ा फैसला ले लिया है। फिलहाल नड्डा को पार्टी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है ।बीजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक में नड्डा की ताजपोशी को लेकर सोमवार शाम फैसला लिया गया, इसकी जानकारी बैठक के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मीडिया को दी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। नड्डा की ताजपोशी की बात उसी समय साफ़ हो गई थी, जब एनडीए-1 में स्वास्थ्य मंत्री रहे जेपी नड्डा ने एनडीए-2 के मंत्रिमंडल में शपथ नहीं ली थी। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने पहले ही इस बात को कह दिया था कि अगर नड्डा केंद्रीय मंत्रिमंडल में शपथ नहीं लेते हैं तो उस सूरत में उनकी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर ताजपोशी तय हो जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद ही करीबी जेपी नड्डा को भाजपा का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से हिमाचल का भी मान बढ़ा है। । खास बात यह है कि चंद रोज पहले यह बात भी सामने आई थी कि अमित शाह दिसंबर तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहेंगे। शाह के नेतृत्व में ही कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव लड़े जाएंगे।
हालांकि बीजेपी ने साफ किया है कि दिसंबर तक अमित शाह ही अध्यक्ष बने रहेंगे, लेकिन नड्डा साथ-साथ कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी का वहन करेंगे। संभव है कि जनवरी से स्वतंत्र तौर नड्डा ही पार्टी की बागडोर को संभालेंगे। पार्टी ने शाह के शपथ लेने के बाद यह फैसला लिया है।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की राजनीतिक जीवन में यह बड़ी उपलब्धि है। पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता,लेकिन माना यह जा रहा है कि पहली बार हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले किसी नेता की ताजपोशी राजनीतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर हुई है,वो भी उस परिस्थिति में जब भाजपा अपने सर्वश्रेष्ठ मुकाम पर पहुंची है। अहम बात यह है कि प्रधानमंत्री के जेपी नड्डा लंबे अरसे से निष्ठावान रहे हैं। हिमाचल के प्रभारी रहने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नड्डा से करीबी बड़ी थी। ऐसा भी माना जाता है कि जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर तैनात थे, उस समय नड्डा ने मोदी के कहने से हिमाचल में वन मंत्री का पद छोड़ कर केंद्र में संगठन की जिम्मेदारी संभालने का फैसला लिया था।