एमबीएम न्यूज़/शिमला
पुलिस ने बिहार से भटककर राजधानी के संजौली पहुंची महिला को उसके परिजनों से मिलाकर मानवीयता की मिसाल पेश की है। तीन हफते बाद अपनी मां को अपने सामने देख बेटे की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उसने शिमला पुलिस का धन्यवाद जताया। दरअसल बिहार के सासाराम जिला की रहने वाली एक महिला भटककर राजधानी पहुंच गई। यह महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ लग रही थी और परिजनों का नाम व पता नहीं बता पा रही थी।
अधेड़ उम्र की यह महिला बीते 23 मई को उपनगर संजौली में घूमती मिली,जहां पर वह जोर-जोर से चिल्ला रही थी। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को अपने संरक्षण में लिया। चुंकि महिला मानसिक तौर पर स्वस्थ्य नहीं थी,लिहाजा उसे आईजीएमसी लाया गया,जहां महिला मानसिक विकार से पीड़ित पाई गई और उपचार के लिए उसे मानसिक रोग चिकित्सालय बालूगंज भर्ती किया गया।
हैडकांस्टेबल ललित कुमार ने महिला से निरंतर बातचीत कर उसके घर व परिजनों का पता लगाने की भरपूर कोशिश की और महिला द्वारा बताई गई,सूचनाओं को एकत्रित कर उसके घर का पता लगाकर परिजनों से संपर्क साध लिया। महिला के फोटो वाटसअप पर भेजकर परिजनों से उसकी पहचान करवाई गई। पुलिस की कोशिश रंग लाई और महिला को लेने के लिए उसके बेटे को शिमला बुलाया गया। महिला का बेटा दीपक कुमार शुक्रवार को संजौली आया और अपनी माता को पहचाना। महिला का नाम प्रेमा देवी है और वह बिहार के सासाराम जिला की मूल निवासी है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महिला को उसके बेटे संग बिहार भेजा जा रहा है।