अमरप्रीत सिंह/सोलन
भारतीय सेना अकादमी (आईएमए) देहरादून में शनिवार को हुई पासिंग आउट परेड में सोलन के संयम कौशल इंडियन आर्मी के ऑफिसर बने हैं। संयम कौशल बचपन से ही सेना में जाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने शुरू से ही अपने गोल को फिक्स कर रखा था। इस दिशा में सुनियोजित प्लानिंग से चल कर उन्होंने आज यह मुकाम हासिल किया है।
सोलन के प्रतिष्ठित स्कूल सेंट लुक्स से +2 की पढाई करने के बाद उनका चयन एनडीए के लिए हो गया था। जहां तीन साल बौद्धिक व शारीरिक मेहनत के साथ उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन भी पूरी की। उसके बाद पिछले एक साल के ज्यादा समय से आईएमए देहरादून में कड़े परिश्रम से उन्हें इंडियन आर्मी में ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति मिली है। शुरू से ही संयम कुशाग्र बुद्धि व दृढ़ निश्चयी थे। जो फैसला एक बार कर लेते थे उससे कभी पीछे नहीं हटे।
संयम की इस सफलता में उनकी मां पुनीत कौशल का एहम योगदान रहा। पेशे से शिक्षिका उनकी मां मुख्याध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने पग-पग पर बेटे को राह दिखाई। बचपन से उसे मेहनत व अनुशासन का ककहरा सिखाया। जिसकी परिणीति आज संयम के भारतीय सेना में अधिकारी के रूप में हुई है। पासिंग आउट परेड के दौरान जब मां ने अपने बेटे के कंधो पर जिम्मेदारी के सितारे लगाए तो दोनों की आँखों में ख़ुशी के आंसू थे। बहन स्तुति कौशल भी इस अस्मरणीय पलों की गवाह बनी।