एमबीएम न्यूज/ ऊना
मौजूदा समय में हर कोई पैसे के पीछे दौड़ रहा है,थोड़े से पैसों के लिए अपना ईमान तक दांव पर लगा दिया जाता है। लेकिन इसके विपरीत एक पुलिस अधिकारी ने साबित किया है कि ईमानदारी से बढ़कर कोई पूंजी नहीं होती। चर्चा हो रही है, 31 वर्षीय युवा पुलिस अधिकारी कमलेश कुमार की,जिसका ईमान 10 लाख रुपयों की नगदी देखकर भी नहीं डोला। चाहते तो खमोशी से सौदेबाजी कर सकते थे,जो शख्स 10 लाख देने आ सकता है वो दोबारा भी मोटी रकम दे सकता था। ऐसा न कर,इंस्पेक्टर कमलेश ने साबित कर दिया कि ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है। उल्लेखनीय है कि आरोपी द्वारा बैग में भरकर 10 लाख की राशि स्टेट विजीलैंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर को देने के लिए लाई गई थी,ताकि भ्रष्टाचार के मामले को रफा दफा किया जा सके। ईमानदारी दे ड्यूटी करने वाले पुलिस इंस्पेक्टर कमलेश
बहरहाल विजिलैंस में इंस्पैक्टर के पद तैनात कमलेश कुमार ने आरटीओ नालागढ़ ओम प्रकाश पुरी द्वारा दी जा रही 10 लाख रुपए रिश्वत को न लेकर जहां अपनी डयूटी को वखूबी निभाया,वहीं उनकी ईमानदारी की भी मिसाल दी जा रही है। इंस्पेक्टर कमलेश कुमार द्वारा मंगलवार को पेश की गई ईमानदारी की चर्चा न केवल ऊना बल्कि पूरे प्रदेश भर में हो रही है।
10 अप्रैल 1988 को धर्मशाला के बडोह में जन्मे कमलेश कुमार मौजूदा समय में विजिलेंस में इंस्पेक्टर पद पर तैनात है। इससे पहले कमलेश कुमार दो वर्ष चौपाल थाना में बतौर प्रभारी तैनात रहे। पांगी में अढ़ाई वर्ष बतौर थाना प्रभारी रहे। सबसे पहले पोस्टिंग सदर थाना चंबा में बतौर सब इंस्पेक्टर थी,जहां पर कमलेश कुमार ने दो वर्ष तक सेवाएं दी। एमबीएम न्यूज़ से बातचीत करते हुए विजिलेंस में तैनात इंस्पेक्टर कमलेश कुमार ने बताया कि आरटीओ नालागढ़ मामले की जांच का जिम्मा उन्हें था। इसीलिए आरटीओ नालागढ़ ओमप्रकाश पुरी ने दो दिन पहले जांच को हल्का करने तथा उसके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मामला की जांच न करने के लिए 10 लाख रुपए की रिश्वत देने का ऑफर दिया। जिसको लेकर एएसपी विजिलेंस सागर चंद से बात की गई और मंगलवार सुबह ट्रैप कर आरटीओ नालागढ़ ओम प्रकाश को रंगे हाथ मैहतपुर में दबोच लिया गया। कमलेश कुमार ने बताया कि रिश्वत लेना और देना दोनों की गलत है। इसको लेकर हम सभी को जागरूक होने की जरूरत है। भ्रष्टचार के खिलाफ इस तरह की मिसाल पेश करने वाले पुलिस अधिकारी को उचित मंच पर सम्मानित किया जाना चाहिए ताकि अन्यो के लिए भी प्रेरणा बने।
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