जीता सिंह नेगी/रिकांगपिओ
जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ के कोठी ग्राम पंचायत के समीप पीने के पानी के भंडारण टैंक के समीप कूड़े का ढ़ेर पड़ा हुआ है। इसी भंडारण टैंक से पानी की सप्लाई रिकांगपिओ के आधे शहर जिसमें सरकारी कॉलोनी सहित अधिकारियों के घरों के लिए भी होती है। पिछले कई माह से इस टैंक के आसपास इतना कूड़ा इकट्ठा हुआ है कि अब कूड़ा सड़ने औऱ गलने भी लगा है।
बदबू का आलम इतना है कि इस टैंक के आसपास सरकारी व निजी भवनों में रहने वाले लोगों जीना दुश्वार हो रहा है। यही नही पानी के भंडारण टैंक के बिल्कुल साथ में जमा कूड़े से निकला बदबूदार पानी कभी भी इस पानी के टैंक में जा सकता है। जिससे आने वाले समय मे रिकांगपिओ के आधे शहर में महामारी फैलने की भी इनकार नही किया जा सकता है।
साडा की ओर से टैंक के ऊपरी तरफ कूड़ेदान के लिए स्थान बनाया है, लेकिन वहां कूड़ादान नहीं रखा है। जिस कारण लोग कूड़े को उसके आसपास फैंक देते है और कुछ जानवर इसे ऊपर-नीचे फैला देते हैं। लोगों का कहना है कि लोग रात को घरों के कूड़े पीनेको पानी के टैंक के सामने ही फैंक कर चले जाते हैं। विभाग ने भी टैंक को लावारिस हालात में छोड़ रखा है। आईपीएच विभाग ने भी टैंक के बचाव के लिए न ही कोई दीवार लगाई न ही फैंसिंग की है, जिस कारण सारा सूखा व गीला कूड़ा टैंक के पास इकट्ठा हो गया है।
कोठी गाँव के कैलाश नेगी, अनिल नेगी ,पानी के टैंक के समीप निजी व सरकारी भवन में रहने वालों कहना है कि यह पानी का टैंक बहुत बड़ा है। इस टैंक के पानी को रिकांगपिओ का आधा शहर पीता है लेकिन कभी भी लोगो को पीलिया,बुखार,व अन्य भयंकर बीमारी हो सकती है,इस पानी के टैंक की सुरक्षा के लिए आईपीएच विभाग ने फैंसिंग नही की है और स्पेशल एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी(साडा) ने भी इसके टैंक के समीप कूड़ेदान को फेंकने के लिए सीमेंट व पत्थरो की चिनाई से एक स्थान बनाया है, लेकिन कूड़ादान मौके पर नही है। जिस कारण लोग घरों से कूड़ा लाकर कूड़ेदान के लिए बनाए हुए स्थान व टैंक के पास फेंककर चले जाते हैं।
उपप्रधान कोठी दयाल नेगी ने बताया कि इस पानी के टैंक के समीप साडा ने कूड़ेदान फेंकने के लिए जगह तो बनाई है, लेकिन मौके पर कूड़ादान न होने के कारण लोग कूड़े को पानी के टैंक के आसपास फेंक कर चले जाते हैं। उन्होंने बताया कि साडा जेई को इस बारे में कई बार सूचना भी दी गई है, लेकिन अभी तक कूड़ादान नहीं रखा गया है। नेगी ने कहा कि पानी के टैंक से कूड़ेदान की दूरी भी ज़रूरी है। अन्यथा कूड़ा टैंक के समीप जाता रहेगा। इस समस्या से निजात पाने का तरीका सिर्फ कूड़ेदान को दूर बैठना व पक्का फैंसिंग करना होगा।
स्थानीय निवासियों व इसके आसपास रहने वाले लोगो ने आईपीएच विभाग से इस टैंक के आसपास पक्का फेंसिंग करने व साडा से कूड़ेदान के स्थान को टैंक के सामने से हटाकर थोड़ी दूर रखने की मांग की है, ताकि कूड़ेदान से कूड़ा टैंक के न फैले और कूड़ेदान को रखने के स्थान को भी वहां से स्थानांतरित करने की मांग की है।
जेई साडा (स्पेशल एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी) विकास का कहना है कि पहले कोठी स्थित पानी के टैंक के पास कूड़ादान रखा था, लेकिन आईपीएच विभाग ने इस कूड़ेदान से कूड़ा टैंक के पास फैलने की सूचना और नोटिस दिया, जिसके बाद उचित कार्रवाई अमल लाई गई।