एमबीएम न्यूज/शिमला
बात, 23 जनवरी 2019 सुबह 11ः30 बजे के आसपास की है। निडर ईशा शर्मा अपने पिता के साथ जमीन की तकसीम के सिलसिले में पटवारखाने पहुंची थी। मगर युवती उस वक्त दंग रह गई, जब पाया कि कानूनगो, पटवारी व चपरासी बैठकर दारू पी रहे हैं। टेबल पर खाने-पीने का सामान सजा हुआ है। बावजूद इसके ईशा ने विनम्रता से राजस्व कर्मियों को अपने दस्तावेज दिए। इसी बीच कर्मियों ने बाद में आने की बात कहकर बदसलूकी शुरू कर दी। निडर ईशा शर्मा, ऑफिस में रखी शराब की आधी बोतल
पलक झपकते ही ईशा ने इस तरह के सिस्टम की पोल खोलने का फैसला ले लिया। एक कर्मी ने ईशा के पिता से कागज लेकर फाड़ दिए। साथ ही फटे हुए कागज झाडि़यों में फैंक दिए। निडरता से ईशा ने कर्मियों के सामने ही उनका वीडियो बना दिया, जो सोशल मीडिया में खासा चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके बाद वीरवार को वीडियो व शिकायतपत्र लेकर उपायुक्त अमित कश्यप के कार्यालय भी पहुंची। सोशल मीडिया में नैगेटिव टिप्पणी करने में युवा पीछे नहीं हटते, लेकिन सिस्टम की पोल खोलने का साहस इक्का-दुक्का ही उठा पाता है। ईशा की इस जांबांजी को हलके में नहीं आंका जा सकता, क्योंकि नशे में धुत्त राजस्व कर्मियों के सामने हिम्मत दिखाना इतना आसान नहीं था, जितना लग रहा होगा।
वीडियो बनाने के दौरान ईशा ने पुलिस को भी सूचित कर दिया था। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में निडर ईशा का कहना था कि सुबह 11ः30 बजे वो कार्यालय में पहुंची थी तो कर्मचारी आधी बोतल खाली कर चुके थे। मतलब साफ है कि सुबह ही जाम छलकने शुरू हो गए होंगे। ईशा का कहना है कि वो हर हाल में इस मामले को एक नतीजे तक पहुंचाएंगी। उन्होंने बताया कि उपायुक्त ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि बंदोबस्त अधिकारी द्वारा जांच किए जाने की बात उन्हें बताई गई है।
फाड़ी गई फाइल, खाने की सामग्री के रैपर व आधा भरा शराब का गिलास
क्या चाहती है निडर युवती….
दबंगई से शराब पीते कर्मचारियों का वीडियो बनाने वाली ईशा शर्मा का कहना है कि कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए। साथ ही विभागीय जांच भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वीडियो इस बात का पुख्ता सबूत है कि सुबह-सुबह ही दफ्तर में क्या हो रहा था।