एमबीएम न्यूज़/शिमला
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बर्फबारी के तीन दिन बाद भी जनजीवन पटरी पर नहीं लौटा। मौसम खुलने के बावजूद शिमला, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा में अनेक सड़कें अभी भी अवरुद्ध हैं। लोक निर्माण विभाग ने सड़कों को बहाल करने के लिए बड़ी तादाद में मशीनरी लगा रखी है। बहाली कार्य में अभी और दिन लग सकते हैं। पर्वतीय इलाकों में बुधवार को जहां बर्फबारी से 690 सड़कें बाधित थीं। वहीं गुरूवार को 516 सड़कों पर यातायात ठप्प रहा।
विभाग का दावा है कि 300 सड़कों को कल तक खोल लिया जाएगा। शिमला जोन में सर्वाधिक 333 सड़कें बंद हैं। इनमें रामपुर सर्कल में 162, रोहड़ू सर्कल में 143 और शिमला सर्कल में 13 सड़कें शामिल हैं। मंडी जोन के कुल्लू सर्कल में 53 व मंडी सर्कल में 49 सड़कें अवरुद्ध हैं। जबकि कांगड़ा जोन के डल्हौजी सर्कल की 69 सड़कें भी अवरुद्ध हैं। बर्फबारी से लोकनिर्माण विभाग को अब तक 55 करोड़ की चपत लग चुकी है।राजधानी को अप्पर शिमला से जोड़ने वाले हिन्दुस्तान-तिब्बत राजमार्ग बीते मंगलवार से ठप्प है। परिवहन निगन ने आज ट्रायल के तौर पर दो बसें कोटखाई के लिए भेजी हैं। इस राजमार्ग के कल तक खुलने की संभावना है।
कुफरी व खड़ापत्थर में भारी बर्फबारी से यह राजमार्ग बाधित है। कुफरी में दो फुट के करीब बर्फबारी हुई थी। इस बीच शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप ने गुरूवार को एक बयान जारी कर बताया कि जिला में बर्फबारी के बाद जनजीवन को सामान्य बनाए रखने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला के सभी क्षेत्रों में खाद्यान्न समुचित मात्रा में उपलब्ध हैं। किसी भी क्षेत्र में खाद्य वस्तुओं की कमी नहीं है। उपायुक्त के मुताबिक शिमला जिला में आज 47 हजार 160 लीटर दूध और 12 हजार 500 पैकेट ब्रेड की आपूर्ति की गई है। शिमला में दूध और ब्रेड पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि जिला में वर्तमान में तीन लाख 69 हजार 232 लीटर पैट्रोल, पांच लाख 64 हजार 850 लीटर डीजल और 11 हजार 559 (14.2 किलोग्राम क्षमता के) एलपीजी सिलेंडर तथा 19.2 किलोग्राम क्षमता के 1896 एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध हैं। जिला के दूरदराज क्षेत्रों में भी उचित मूल्य की दुकानों में समुचित मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध करवाए गए हैं। जिला में 5500 क्विंटल चावल, 3200 क्विंटल आटा (पीडीएस), 6600 क्विंटल गेहूं, 3435 क्विंटल दालें, 5500 क्विंटल चीनी, 876 क्विंटल नमक, पांच लाख 76 हजार 503 लीटर खाद्य तेल का स्टॉक उपलब्ध हैं।