नाहन (एमबीएम न्यूज): डीसी सिरमौर बलबीर बडालिया ने आज यहां जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिरमौर जिला में भारी वर्षा, बाढ़ और भू-स्खलन से निजी व सरकारी संपति को हुए नुकसान की रिपोर्ट फोटो सहित सभी संबंधित अधिकारी प्रतिदिन उपायुक्त कार्यालय को भेजना सुनिश्चित करें और किसी क्षेत्र से नुकसान की सूचना मिलते ही अधिकारी तुरंत मौके पर जाकर विभाग से संबंधित राहत व बचाव कार्य करवाना सुनिश्चित करें।
????????????????????????????????????डीसी ने जिला में कार्यरत सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में संभावित घटना स्थलों का निरीक्षण करके ऐसे स्थलों पर अनिवार्य रूप से साईन बोर्ड स्थापित करना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त पांवटा के यमुना व गिरि नदी के करगानू गौड़ा और ददाहू में प्रमुख स्नान स्थलों पर आवश्यक साइन बोर्ड स्थापित किए जाएं ताकि बाढ़ के दौरान कोई अनहोनी घटना पेश न आए। उन्होंने एसडीएम को विशेषकर बरसात के दौरान गोताखोरों को भी अनुबंधित करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने जानकारी दी कि लोगों की सुविधा के लिए जिला व उप मंडल स्तर पर नियंत्रण स्थापित किए गए है तथा कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार की प्राकृतिक एवं अन्य आपदा के समय जिला मुख्यालय पर कार्यरत नियंत्रण कक्ष केे टॉल फ्री नं. 1077 और एक अन्य दूरभाष नं. 01702-222546 पर सहायता के लिए स पर्क कर सकते है। इसके अतिरिक्त सभी उप मंडल मुख्यालय पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए गए है जिनके दूरभाष नं. पांवटा साहिब में 01704-224100, शिलाई में 01704-278534, राजगढ़ में 01799-221034, नाहन में 01702-226568 और संगड़ाह में 01702-248137-248004 निर्धारित किए गए है । उन्होंने बताया कि सभी नियंत्रण कक्ष चौबिस घंटे क्रियाशील रहेंगे।
उपायुक्त ने लोक निर्माण, आईपीएच, विद्युत, स्वास्थ्य , खाद्य एवं आपूर्ति व जिला में कार्यरत सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेषकर बरसात के मौसम को मध्यनजर रखते हुए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों का अपरिहार्य कारणों को छोडक़र अधिक लंबे समय तक अवकाश स्वीकृत न किया जाए । उन्होंने सभी विभागों को आपदा से निपटने के लिए हर समय तैयार रहने के निर्देश दिए ।
उन्होने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि विद्युत लाईनों की आवश्यक मुरम्मत समय पर की जाए, ताकि बरसात के दिनों में विद्युत आपूर्ति बाधित होने से लोगों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने आईपीएच विभाग को निर्देश दिए कि सभी पेयजल योजनाओं का रख रखाव प्राथमिकता के आधार पर किया जाएं और सभी पेयजल स्त्रोतों का समय-समय पर क्लोरिनेशन किया जाए, ताकि दूषित पानी से किसी प्रकार की बीमारियों के फैलने की संभावना उत्पन्न न हो।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त मनमोहन शर्मा, वन अरण्यपाल वाईपी गुप्ता, एसई लोक निर्माण एनके वशिष्ठ, जिला राजस्व अधिकारी रजनीश कुमार व जिला में कार्यरत एसडीएम सहित जिला स्तर के सभी अधिकारियों ने भाग लिया।