ज्वालामुखी(मोनिका शर्मा): पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने ज्वालामुखी में आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे वीरभद्र सिंह के खिलाफ प्रदेश भाजपा कई बार आवाज उठा चुकी है। महामहिम राज्यपाल को कांग्रेस चार्जशीट सौंपी गई है। इसके अलावा भी वीरभद्र सिंह पर सेब की ढुलाई से कथित करोड़ों की आय अर्जित करने के मामले सामने आए है जिन पर सीबीआई कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के खिलाफ सीबीआई की जांच चल रही है, ऐसे में उन्हें पद से त्यागपत्र देकर नैतिकता के आधार पर जांच का सामना करना चाहिए। तथ्य ब्यान करते है कि उनके विरूद्व मनी लांड्रिंग का केस बनता है। वाकामुलला के साथ उनके रिशते साबित हुए है। उन्होंने कहा कि उनकी आय में हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी सबकी नजरों में है। उन्हें केंद्रीय मंत्री के रूप में आरोपों के कारण ही पद से हाथ धोना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि लोकसभा में मानसून सत्र के दौरान जहां कांग्रेस के नेता भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे तो भाजपा नेता उन पर चर्चा करने के लिए कह रहे थे तो कांग्रेसी नेता भाग रहे थे और जब भाजपा नेताओं ने उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों पर लगे आरोपों के आधार पर उनसे इस्तीफे मांगने बारे सवाल किए तो कांग्रेसी नेताओं को सांप सूंघ गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का भ्रष्टाचार से गहरा नाता रहा है। यूपीए व यूपीए-दो सरकारों में भ्रष्टाचार के रिकार्ड कायम किए गये है। यही वजह है कि पूरे देश में आज कांग्रेस शून्य पर जा रही है। आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी। इस मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री रविंद्र रवि, भाजपा नेता त्रिलोक कपूर, ज्योति शंकर आदि भी मौजूद थे।