वी कुमार/मंडी
ठेकेदार रमेश ठाकुर ने एफकॉन कंपनी पर टनल निर्माण में निकलने वाले मलबे को ब्यास नदी के तट पर फैंकने का आरोप लगाया है। रमेश ठाकुर का कहना है कि हणोगी से आगे जो पॉवर हाउस है वहां पर टनल निर्माण में निकल रहे मलबे को नदी के तट पर फैंका जा रहा है। इस कारण नदी संकरी होती जा रही है और इसमें पलने वाले जीव जंतुओं और पर्यावरण पर खतरा मंडराने लग गया है। ठेकेदार रमेश ठाकुर के अनुसार बरसात के मौसम में जब नदी का जलस्तर बढ़ेगा तो यह सारा मलबा बहकर पंडोह डैम पहुंचेगा जिससे बांध पर खतरा मंडरा सकता है। नदी में फैंका जा रहा मलबा
बता दें कि पंडोह से लेकर औट तक फोरलेन टनलों के माध्यम से ही बनाया जा रहा है। इसलिए यहां पर टनल निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है। यह कार्य एफकॉन कंपनी कर रही है। ठेकेदार रमेश ठाकुर का कहना है कि कंपनी यहां पर मनमाने ढंग से काम कर रही है और ठेकेदारों को जैसा आदेश मिल रहा है वह भी उसी के तहत काम कर रहे हैं। रमेश ठाकुर ने इस पर सरकार से कार्रवाई की मांग उठाई है।
वहीं जब इस बारे में एफकॉन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आरके सिंह से बात की गई तो उन्होंने ठेकेदार रमेश ठाकुर द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताया। आरके सिंह ने बताया कि जहां पर मलबा फैंका गया है वह एनएचएआई द्वारा अधिगृहित की गई जमीन है। यहां पर ट्रैफिक डायवर्सन के लिए सड़क बनी थी और अब यहां पर मलबा रखकर इसे चौड़ा किया गया। उन्होंने बताया कि प्रशासन की समिति समय-समय पर यहां पर आकर हर कार्य की जांच पड़ताल करती है और कार्य में किसी भी प्रकार की कोई अनियमितता नहीं बरती जा रही है।