एमबीएम न्यूज़ / कुल्लू
बंजार उपमंडल के तहत आने वाली थाटिवीड़ में फागली उत्सव के विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। देव कामदारों पर लगे आरोपों को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा आगे आई है। सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र राजपूत ने कुल्लू में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि सभा की कार्यकारणी के तमाम सदस्यों ने रविवार को घटना स्थल का दौरा किया तथा वहां लोगों से इस पूरे मामले को लेकर पूछताछ की,दिन भर सैकड़ों लोगों से मिलने के बाद एक ही बात सामने आई है कि देव कामदारों पर जो आरोप लगाए गए हैं,वो पुर्णतः निराधार है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए जितेन्द्र राजपूत ने कहा कि उत्सव में हरेक जाती तथा समूदाय के लोग शामिल होते हैं और किसी से कोई भेदभाव नहीं होता। उन्होंने कहा कि जिस नरगिस के फूलों के गुच्छे की बात की जा रही है उसे केवल दलित समुदाय के व्यक्ति को ही फैंकने का अधिकार है,लिहाजा फूल अपवित्र होने का जो आरोप लगाया जा रहा है,वो अधारहीन है। उन्होने कहा कि कुछ बरस पहले भी दलित व्यक्ति ने इस गुच्छे को पकड़ा था तब भी कोई विरोध नहीं था। उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि देव परंपरा के अनुसार गुच्छे को पकड़ने का अधिकर पिछले हजारों वर्षाें से पटौला,नरहुली,शिकारीवीड तथा चकुरठा गांव के लोगों के पास ही है। यहां तक कि जिस गांव में यह उत्सव होता है उस गांव के लोगों को भी इसे पकड़ने का कोई अधिकार नहीं है। किंतु आज से लगभग 20 वर्ष पूर्व लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मेला कमेटी ने यहां एक शुल्क तय किया कि यदि उपरोक्त गांव में कोई भी व्यक्ति इन फूलों को पकड़ता है तो उसे 551 रू की राशि देव कोष में जमा करनी होगी। इन गांव के अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति इस गुच्छे को पकड़ता है तो उसे देव कोष में 5001 रू की राशि जमा करनी होती है।
उन्होने कहा कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि देव कामदारों ने उसे पिटने का आदेश दिया जो सरासर गलत है, बल्कि मेला कमेटी के लोगों ने उस व्यक्ति को भीड़ में हो रही हाथापाई से सुरक्षित निकाला और उसे पूरे मान सम्मान के साथ देव कामदारों के बीच लाया गया,इस बात के हजारों लोग गवाह हैं। उन्होंने कहा कि बिना किसी अधार पर देव कामदारों पर एससी,एसटी एक्ट लगाया है और यह सिर्फ एससी एसटी एक्ट का खुले आम दुरूपयोग लिहाजा इस तरह के काले कानून पर तुरंत संशोधन किया जाना चाहिए ताकि कोई बेकसूर इस कानून की भेंट न चढ़ जाए। साथ ही उन्होने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर मंगलवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा थाटिवीड़ तथा गोपालपुर पंचायत के 70 गांव सहित कुल्लू जिला के समस्त स्वर्ण समाज के लोगों के साथ मिल कर सड़कों पर उतरेगी और उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजेंगे।
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