ज्वालामुखी 24 जुलाई (मोनिका शर्मा): ज्वालामुखी में आयोजित युवा कांग्रेस की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह को उस समय अजीब परिस्थितयों का सामना करना पड़ा, जब युवा महिला नेत्री नीतू चौधरी ने पार्टी से अपने निष्कासन को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया।
दरअसल पिछले कुछ अरसे से युवा कांग्रेस में कुछ पदाधिकारियों के निष्कासन को लेकर विवाद चल रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि पार्टी से उन लोगों को निकाला गया है जो विक्रमादित्य सिंह को पंसद नहीं। युवा कांग्रेस इस समय दो गुटों में बंटी है।
पार्टी अध्यक्ष के फैसलों को रघुवीर बाली चुनौती दे रहे हैं। नीतू चौधरी को रघुवीर बाली के खेमें से जोड़ कर देखा जाता रहा है। आज यहां बैठक शुरू होते ही प्रदेश अध्यक्ष के सर्मथकों ने दावा किया कि उनके नेतृत्व में युवा कांग्रेस मजबूत हो रही है। पदाधिकारी भी सक्रिय हुए हैं, जिससे संगठन को नई दिशा मिली है। लेकिन ठीक इसके विपरीत नीतू चौधरी ने अपने भाषण में पार्टी नेतृत्व को खूब खरी खोटी सुनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें गलत तरीके से निष्कासित किया गया।
महिला व पिछड़ा वर्ग से होने की वजह से उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया गया। उन्होंने पार्टी के इस निर्णय को गलत बताया कि संगठन तभी मजबूत होगा। जब संगठन में हर किसी को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। भावुक अंदाज में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को भी नसीहत दी। उन्होंने दलील दी कि पिछले दिनों जिस तरीके कई पदाधिकारियों को निष्कासित किया गया वह गलत है। लिहाजा इस पर पुर्नविचार होना चाहिए, ताकि संगठन मजबूत हो सके।
नीतू चौधरी ने अपनी बातों के समर्थन के लिए युवाओं से हाथ खड़े करने को कहा, जिससे उन्हें मिला जुला सर्मथन मिला। लेकिन बाद में वक्ताओं ने दलील दी कि संगठन में वही लोग रहेंगे। जो संगठन को अपना समय देंगे। जो संगठन की बैठकों में नहीं आयेंगे। उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना कतई भी गलत नहीं होगा।