कपिल सेन/नेरचौक
नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज के बाहर सड़क दुर्घटना में जख्मी हुए सांभर को अब उम्र कैद का फैसला सुना दिया गया है। बुधवार सांय राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सैंट्रो कार की टक्कर से घायल हुए सांभर को नेरचौक स्थिति पाली क्लिनिक अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा इलाज किया गया। जहां गंभीर चोटें को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे क्षेत्रीय अस्पताल मंडी रैफर कर दिया गया। चिकित्सकों द्वारा बेजुबान पशु की गहनता से जांच पड़ताल कर उसे ग्लूकोज व महरम पट्टी की गई। जख्मी सांभर
सांभर के गहरे घावों को देखते हुए चिकित्सकों ने वन विभाग के अधिकारियों को उसे निगरानी में रखने का परामर्श दिया। जिसपर वन विभाग के अधिकारियों ने घायल सांभर को रिवालसर स्थित चिड़िया घर में रखने का फैसला लिया, जहां पर चिकित्सक की देखरेख में उसका उपचार चलेगा। गौरतलब है कि बुधवार सांय श्री एलबीएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के बाहर 6:30 बजे एक सांभर सैंट्रो कार से जा टकराया था। जिसे स्थानीय लोगों द्वारा पशु अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सक के काफी देरी से पहुंचने पर हंगामा हो गया था।
चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद वन विभाग की टीम ने बेजुबान पशु को रात में गौशाला में रखा गया। जहां गहरी चोटों को देखते हुए बेजुबान को क्षेत्रीय पशु अस्पताल मंडी रैफर कर दिया गया। अब उपचार के उपरांत जंगल की वादियों में खुले में विचरण करने वाला प्राणी अब ताउम्र कैद में रहेगा। हमेशा के लिए बेजुबान प्राणी का नया ठिकाना रिवालसर का चिड़िया घर ही होगा। नेरचौक में सड़क दुर्घटना में घायल सांभर को क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में उपचार के बाद रिवालसर चिड़िया घर में रखने का निर्णय लिया गया है। जहां पर चिकित्सकों की देखरेख में सांभर का स्वास्थ्य लाभ होगा।
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