एमबीएम न्यूज़/पांवटा साहिब
वन मंडल के परिक्षेत्र भगाणी के अंतर्गत पुरूवाला वन बीट में खैर के 35 हरे पेड़ काटे गए हैं। अज्ञात वन माफिया ने रातों-रात इस बड़ी वारदात को अंजाम देकर वन विभाग की नींद उड़ा दी है। हालांकि सूचना मिलने के बाद विभाग ने काटे गए पेड़ो की डैमेज रिपोर्ट काट कर पुलिस मे मामला दर्ज करवाया है। काटे गए पेड़ो की कीमत 6 लाख रुपये से अधिक है।
जानकारी के मुताबिक वन परिक्षेत्राधिकारी भगाणी तरसेम सिंह ने पांवटा पुलिस थाना मे शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि वन खण्ड अधिकारी राजपुर व वन रक्षक प्रभारी पुरुवाला बीट दीपक शर्मा ने लिखित रिपोर्ट दी है कि गत 14 जनवरी की रात्री को रिजर्व फोरेस्ट गिरि मे खैर प्रजाती के कुल 35 पेड अवैध रुप से काटे पाये गये। जिनका कुल आयतन 5.205 क्यूबिक मीटर और कीमत 6,23,356 रूपये के करीब है। पेड़ काटने के बाद खैर की काफी लकडी अज्ञात माफिया द्वारा मौके से उठाई गई। कुछ मौके पर ही थी जिसे विभाग ने कब्जे में ले लिया है।
कब्जे में ली गई लकड़ी करीब 1.892 क्यूबिक मीटर है। पेड़ कटान का पता तब चला जब सुबह के समय बीट गार्ड जंगल की गश्त पर था। संभावना जताई जा रही है कि यमुना नदी मे पानी कम होने के कारण पड़ोसी राज्य के माफिया ने वारदात को अंजाम दिया हो। लेकिन स्थानीय संपर्क के वगैर यह संभव भी नही हो सकता।
उधर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा के राज मे पांवटा साहिब मे वन माफिया हावी है। इस बारे डीएफओ कुनाल अंग्रीष ने बताया कि मामले की शिकायत पुलिस मे भी की गई है। विभाग खुद भी जांच कर रहा है। थाना प्रभारी अशोक चौहान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपी जल्द पुलिस गिरफ्त में होंगे।
उधर इस मामले पर वर्तमान भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग ने कहा कि क्षेत्र मे आए दिन अवैध रूप से पेड़ कट रहे हैं। लेकिन कारवाई न होने से लगता है कि वन माफिया को राजनैतिक संरक्षण मिला हुआ है।